ग्वालियर। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के अंतर्गत काम करने वाली जिले की पिछोर तहसील की भगेह व पुट्टी प्राथमिक कृषि सहकारी साख समिति के स्टाफ ने किसानों का करोड़ों रुपए हड़प लिया है। 2020 में इस मामले की शिकायत के बाद जांच शुरू की गई थी। जिसमें बैंक के मुख्य कार्यपालन अधिकारी से लेकर बाबू तक को दोषी पाया गया है। लेकिन आपसी सांठगांठ के चलते अभी तक किसी पर एफआईआर नहीं की गई है और ना ही किसी की भी गिरफ्तारी गई है। हालांकि बैंक के एक मुख्य कार्यपालन अधिकारी को सोमवार को निलंबित कर दिया गया है।
जानकारों की माने तो भगेह व पुट्टी की दो संस्थाओं में करीब 5 करोड़ से ज्यादा का घोटाला हुआ है। लेकिन अभी तक जांच में सिर्फ एक करोड़ 98 लाख का घोटाला साबित हुआ है। लेकिन कई महीने गुजर जाने के बाद भी सहकारिता विभाग दोषियों पर कोई एफआईआर नहीं करा सका है। 2020 में एक शिकायत के आधार पर इस पूरे मामले की जांच कराई गई थी। इसके बाद ही फर्जी खातों में लेन-देन की बात उजागर हुई थी। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की पिछोर शाखा के तहत प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्था भगेह व पुट्टी संचालित है। पिछले साल जनवरी से मार्च के बीच इन दोनों संस्थाओं में करीब 10 लोगों ने बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की है। जिसकी जांच विभागीय टीम ने की थी।
इस पूरे कथित घोटाले में परिजनों के नाम से खाता खोले गए थे और पैसे निकाले गए थे। जिनमें भगेह संस्था में 39 लाख और पुटटी में 1 करोड़ 59 लाख का गबन हुआ है। इस घोटाले में शाखा के मैनेजर सहित अन्य लोग शामिल रहे हैं। यह गवन बिना मंजूरी और नियमों का पालन किए बगैर सभी ने बैंक खाता खोलकर किया गया है। जांच में इनमें कुछ खाते स्टाफ के परिजनों और दोस्तों के निकले हैं। पिछोर शाखा में हुई इस गड़बड़ी के बाद प्रभारी प्रबंधक संचालक प्रदीप मिश्रा ने जिला सहकारी केंद्रीय बैंक ग्वालियर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आरबीएस ठाकुर को निलंबित कर दिया है। और उनकी जगह एसएस गिन्नारे को प्रभार सौंपा गया है।