अचुतापुरम: आंध्र प्रदेश के अनाकापल्ले जिले में स्थित फार्मा कंपनी एस्किएंटिया के प्लांट में बुधवार, 21 अगस्त को दोपहर करीब 2.15 बजे भीषण आग लग गई। इस हादसे में पहले 18 मौतों की खबर आई, लेकिन देर रात तक प्रशासन ने 17 लोगों की मौत की पुष्टि की। 36 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिन्हें जिले के एनटीआर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना अच्युतापुरम SEZ स्थित एस्किएंटिया कंपनी के प्लांट में हुई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग पहले कंपनी के रिएक्टर के पास शुरू हुई, इसके बाद एक तेज धमाका हुआ। इस धमाके से बिल्डिंग के पहले फ्लोर का स्लैब ढह गया।
फैक्ट्री में कुल 381 कर्मचारी काम करते हैं और घटना के समय अधिकांश कर्मचारी लंच पर गए हुए थे। अधिकारियों के मुताबिक, सॉल्वेंट ऑयल पहली मंजिल से दूसरी मंजिल पर पंप किया जा रहा था, तभी लीकेज हुआ और आग लग गई। इसके परिणामस्वरूप 500 किलोलीटर के कैपेसिटर रिएक्टर में ब्लास्ट हो गया।
घायलों की हालत गंभीर है और उन्हें बर्न यूनिट में भर्ती कराया गया है। चार वर्कर्स की मौत अस्पताल पहुंचने के बाद हुई। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं और अगर फैक्ट्री मैनेजमेंट की लापरवाही सामने आती है, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। सीएम ने घायलों को एयर एम्बुलेंस से अन्य अस्पतालों में ले जाने का निर्देश भी दिया है और स्वास्थ्य सचिव को घटनास्थल पर भेजा है। वे स्वयं भी आज फैक्ट्री का दौरा करेंगे, मृतकों के परिवारों से मिलेंगे और घायलों का हालचाल लेंगे।
डिप्टी सीएम पवन कल्याण ने सभी फैक्ट्रियों में सुरक्षा ऑडिट करने के निर्देश दिए हैं और सुरक्षा मानकों और नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए कहा है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि और घायलों को 50 हजार रुपए देने की घोषणा की है। वहीं, कुछ लोगों ने अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि उन्हें सही जानकारी नहीं दी गई।
एस्किएंटिया एडवांस्ड साइंसेज ने 200 करोड़ रुपए के निवेश के साथ इस फैक्ट्री की स्थापना की थी, और इसका प्रोडक्शन अप्रैल 2019 में शुरू हुआ था।