नई दिल्ली। मॉनसून सत्र के पहले दिन ही 17 सांसद कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए गए हैं। सभी सांसदों की सदन चलने से पहले कोरोना जांच की गई थी। अबतक हुई जांचों में बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी,अनंत कुमार हेगड़े और पर्वेश वर्मा समेत 17 सांसद पॉजिटिव मिले हैं। पॉजिटिव मिले सांसदों में सुखबीर सिंह, प्रताप राव जाधव, जनार्दन सिंह, हनुमान बेनीवाल, सेल्वम जी, प्रताप राव पाटिल, रामशंकर कठेरिया, सत्यपाल सिंह समेत अन्य भी शामिल हैं।
कोरोना की वज़ह से बदला सदन का नजारा
पहली बार बैठकर बोले सांसद लोकसभा के इतिहास में पहली बार सांसदों को अपनी सीटों पर बैठकर बोलने की अनुमति दी गई। सांसदों को अपनी सीट पर बैठकर बोलने की अनुमति देते हुए, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा, ‘इस मानसून सत्र में सभी सासंद पहले अपनी सीटों पर बिना खड़े हुए बोलेंगे। ऐसा कोविड -19 महामारी को देखते हुए किया जा रहा है।’ इससे पहले, सभी सांसद संसद में बोलने से पहले खड़े होते थे। यह आसन के प्रति सम्मान दर्शाने का प्रतीक है
सोशल डिस्टेंसिंग के कारण बदले नियम
कई चीजें हो रहीं पहली बार स्पीकर ओम बिड़ला ने बताया कि यह इतिहास में पहली बार है जब निचले सदन की कार्यवाही के दौरान कई लोकसभा सदस्य राज्य सभा में बैठेंगे। उच्च सदन की कार्यवाही के दौरान राज्यसभा सदस्यों को लोकसभा में बैठने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि सभी सुरक्षा प्रोटोकॉल सुनिश्चित किए गए हैं और अधिकतम डिजिटलाइजेशन किया गया है। सदन की कार्यवाही हर दिन केवल चार घंटे के लिए होगी।
संसद सत्र में दिखेंगे काफी बदलाव
इस बार कोरोना की वजह से संसद सत्र में काफी कुछ बदला सा नजर आएगा। संसद सत्र के दौरान कोरोना की गाइडलाइन का पालन किया जाएगा। कोविड-19 महामारी के मद्देनजर कागज का कम से कम उपयोग करने का प्रयास किया जा रहा है। इस बार संसद भवन में पूरी तरह से डिजिटल पत्राचार होगा। सांसद अपनी उपस्थिति डिजिटल माध्यम से दर्ज कराएँगे। सदन में प्रवेश करने वाले सभी लोगों के शरीर के तापमान को जांचने के लिए थर्मल स्कैनर का उपयोग किया जाएगा। सदन के भीतर 40 स्थानों पर टचलेस सैनिटाइटर लगाए जाएंगे और आपातकालीन मेडिकल टीम और स्टैंडबाय पर एम्बुलेंस की सुविधा भी होगी। संक्रमण से बचाने के लिए लगातर सैनिटाइजेशन भी होता रहेगा।
एलईडी स्क्रीनस के माध्यम से की जाएगी कार्यवाही
संसद सत्र को लेकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने बीते गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि 257 सांसदों को सदन के मुख्य कक्ष में और 172 सांसदों को आगंतुकों की गैलरी में बैठाया जाएगा। इसके अलावा लोकसभा के 60 सदस्य राज्यसभा के मुख्य कक्ष में बैठेंगे। इसके अलावा 51 सदस्य उच्च सदन (राज्यसभा) की गैलरी में बैठेंगे। बिड़ला ने कहा कि राज्यसभा कक्ष में बैठने वाले सदस्य लोकसभा की कार्यवाही में भाग लेंगे। कार्यवाही सुचारु रूप से चलाने के लिए एलईडी स्क्रीन लगाई जाएगी। उन्होंने बताया कि कार्यवाही में भाग लेने वाले सदस्यों की उपस्थिति मोबाइल के माध्यम से की जाएगी। सत्र से पहले सभी सदस्यों को अपना टेस्ट कराना होगा।
शून्यकाल होगा आधे घंटे का
संसद सत्र 1 अक्टूबर को समाप्त होगा। लोकसभा हर रोज 4 घंटे बैठेगी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा कि शून्य काल की अवधि भी कम करके आधे घंटे कर दी गई है और कोई प्रश्नकाल नहीं होगा। हालांकि लिखित प्रश्न पूछे जा सकते हैं और उनका उत्तर मिलेगा। बिड़ला ने कहा कि पहले दिन 14 सितंबर को कार्यवाही सुबह नौ बजे से दोपहर एक बजे तक चलेगी। जबकि 15 सितंबर से अक्टूबर तक सदन की अन्य कार्यवाही एक बजे से शाम सात बजे तक आयोजित की जाएगी। शनिवार और रविवार की छुट्टी नहीं होगी।
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