इंदौर। अमरनाथ दर्शन करने गए इंदौर के 200 से ज्यादा लोग यात्रा मार्ग पर फंसे हैं। इन्हीं में 7 जुलाई को रवाना हुआ बोल बम ग्रुप के 113 यात्रियों का जत्था भी है जिसे पंचतरणी में रोक दिया गया। यहां से अमरनाथ गुफा की दूरी करीब 6 किलोमीटर है यात्रियों ने बताया पिछले दिनों बादल फटने के बाद कई जगह मलबा पड़ा है, जिसे हटाया जा रहा। साथ रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण पूरा मार्ग फिसलन भरा है। खतरे को देख स्थानीय प्रशासन ने आगे जाने की अनुमति नहीं दी। मौसम साफ रहा तो बाबा बर्फानी के दर्शन में एक-दो दिन और लग सकते हैं। हम भी दर्शन करके ही घर लौटेंगे।
बोल बम ग्रुप के प्रमुख हरीश यादव ने बताया बड़ी संख्या में यात्रियों के फंसे रहने से अब कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा। यहां एक दिन का टेंट का किराया 750 रुपए और जमीन पर सोने का किराया 500 रुपए देना पड़ रहा। ऐसे में रुपए खत्म हो रहे। उन्होंने बताया कई लोग पहली बार आए हैं। इनमें 13 साल के बच्चों से लेकर बुजुर्ग भी हैं, जिनका खास ध्यान रखा जा रहा। यात्रा मार्ग पर पैर कीचड़ में धंस रहे थे। फिसलन का भी डर है। इसलिए यात्रा रोकी गई। यहां चिकित्सा और दवाइयों की व्यवस्था काफी अच्छी है। जरूरत पड़ने पर चिकित्सक तुरंत आ जाते हैं। इंदौर निवासी राजेश लड्ढा ने बताया हम सभी बाबा बर्फानी के दर्शन को आतुर हैं लेकिन पंचतरणी से आगे नहीं जाने दिया जा रहा। मार्ग खुलने के बाद अनुमति मिलेगी। हालांकि वे अपने परिजनों-रिश्तेदारों के संपर्क में हैं। रुपए खत्म होने पर उन्हीं से आर्थिक मदद ली जा रही।
23 वर्षीय यात्री रिंकी यादव ने बताया ऑक्सीजन की कमी होने से जत्थे में शामिल दो बच्चों को सांस लेने में दिक्कत हुई। ऐसे में ऑक्सीजन की तुरंत व्यवस्था की गई। अब वे सकुशल हैं। यात्रियों ने बताया इतनी समस्याओं के बावजूद यहां भोजन की भरपूर व्यवस्था है। सभी भक्तों के खाने-पीने का ध्यान रखा जा रहा।