दिल्ली। 2 हजार रुपये के गुलाबी नोटों को सर्कुलेशन से बाहर हुए डेढ़ साल से ज्यादा हो चुका है, लेकिन अभी भी 7117 करोड़ रुपये के मूल्य के ये नोट लोग अपने पास दबाए बैठे हैं। भारतीय रिजर्व बैंक ने अक्टूबर की शुरुआत में इस विषय पर एक महत्वपूर्ण अपडेट दिया, जिसमें बताया गया कि अब तक 2 हजार रुपये के नोटों में से 98 प्रतिशत की वापसी हो चुकी है।
आरबीआई के अनुसार, 1 जुलाई 2024 तक 7581 करोड़ रुपये के 2000 रुपये के नोट बाजार में मौजूद थे। पिछले साल मई 2023 में जब इन नोटों को बंद किया गया था, तब बाजार में 3.56 लाख करोड़ रुपये के मूल्य के 2000 रुपये के नोट थे। आरबीआई के आंकड़ों से यह स्पष्ट होता है कि नोटों की वापसी की प्रक्रिया तेजी से चल रही है, लेकिन अब भी एक बड़ा हिस्सा लोगों के पास है।
2000 रुपये के नोटों का विनिमय अभी भी संभव है। हालांकि, स्थानीय बैंकों ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि ये नोट उनके माध्यम से नहीं बदले जा सकेंगे। केंद्रीय बैंक ने बताया है कि लोग इन नोटों को आरबीआई के विभिन्न कार्यालयों में जाकर बदल सकते हैं, जिनमें अहमदाबाद, बेंगलुरु, बेलापुर, भोपाल, भुवनेश्वर, चंडीगढ़, चेन्नई, गुवाहाटी, हैदराबाद, जयपुर, जम्मू, कानपुर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई, नागपुर, नई दिल्ली, पटना, तिरुवनंतपुरम शहर हैं।
यह स्थिति कई सवाल खड़े करती है। क्या लोग इन नोटों को अपने पास रखने में संकोच कर रहे हैं या फिर उन्हें इनकी वैधता को लेकर शंका है? कुछ लोग हो सकता है कि इन नोटों को भविष्य में मूल्यवान मानते हों या फिर नकदी के रूप में सुरक्षा का एक साधन मानते हों। इस बीच, रिजर्व बैंक की अपील है कि लोग समय रहते अपने 2000 रुपये के नोटों को बदल लें, ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े… इसके अलावा, अगर लोग इन नोटों को बदलने में देरी करते हैं, तो उन्हें बाद में पछताना पड़ सकता है, क्योंकि इनकी वैधता कम होती जा रही है।
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