नई दिल्ली, 17 मार्च (भाषा) भारत में कोविड-19 के एक दिन में 28,903 नए मामले सामने आने के बाद देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की कुल संख्या बढ़कर 1,14,38,734 हो गई। इस साल एक दिन में सामने आए यह सर्वाधिक मामले हैं। आंकड़ों के अनुसार, इससे पहले 13 दिसम्बर को 24 घंटे में वायरस के 30,254 नए मामले सामने आए थे।
India reports 28,903 new #COVID19 cases, 17,741 recoveries and 188 deaths in the last 24 hours, as per the Union Health Ministry.
Total cases: 1,14,38,734
Total recoveries: 1,10,45,284
Active cases: 2,34,406
Death toll: 1,59,044
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार को सुबह आठ बजे जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश में वायरस से 188 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,59,044 हो गई। आंकड़ों के अनुसार, देश में लगातार सातवें दिन वायरस के नए मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई और उसके साथ ही उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी बढ़कर 2,34,406 हो गई ,जो कुल मामलों का 2.05 प्रतिशत है।
देश में कुल 1,10,45,284 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। हालांकि मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर में गिरावट आई है और वह अब 96.56 प्रतिशत है। वहीं, कोविड-19 से मृत्यु दर 1.39 प्रतिशत है। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवम्बर को 90 लाख और 19 दिसम्बर को एक करोड़ के पार चले गए थे।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, देश में 16 मार्च तक 22,92,49,784 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है। इनमें से 9,69,021 नमूनों की जांच मंगलवार को की गई थी। आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में वायरस से जिन 188 लोगों की मौत हुई, उनमें से महाराष्ट्र के 87, पंजाब के 38, केरल के 15 और छत्तीसगढ़ के 12 लोग थे।
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में वायरस से अभी तक कुल 1,59,044 लोगों की मौत हुई है। इनमें से महाराष्ट्र के 52,996, तमिलनाडु के 12,556 , कर्नाटक के 12,403, दिल्ली के 10,945 , पश्चिम बंगाल के 10,297 , उत्तर प्रदेश के 8,750 और आंध प्रदेश के 7,185 लोग थे। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की मौत हुई है उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का आईसीएमआर के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।