भोपाल | मध्यप्रदेश हवाओं का रुख बदलने से मध्य प्रदेश में टेम्परेचर बढ़ने लगा है. सुबह और शाम गुलाबी ठंड जरूर पड़ रही है, लेकिन दिन की धूप चुभने लगी है मौसम विभाग के मुताबिक मध्य भारत में करीब 8 किलोमीटर की ऊंचाई पर हवाओं की रफ्तार काफी अधिक है हवा में मॉइस्चर के कारण करीब 7 किलोमीटर की ऊंचाई पर बादल बने हुए हैं मिटीरियोलॉजी (Metereology) की लैंग्वेज में इस तरह के वेदर सिस्टम को जेट स्ट्रीम (Jet Stream) कहा जाता है|
चूंकि बादलों की ऊंचाई ज्यादा है इसलिए धूप से राहत नहीं मिल रही है. मौसम विभाग के मुताबिक अगले तीन.चार दिन में तापमान और बढ़ेगा. बादलों के मध्यम और निचले स्तर तक आने से तापमान में गिरावट दर्ज होगी. कहीं-कहीं बारिश की भी उम्मीद जताई गई है. मौसम विज्ञानियों की मानें तो वर्तमान में कोई वेदर सिस्टम सक्रिय नहीं है. इसलिए हवाओं का रुख साउथ-वेस्ट (दक्षिण-पश्चिम) और नॉर्थ-वेस्ट (उत्तर-पश्चिम) बना हुआ है वातावरण में नमी कम है इस वजह से दिन का तापमान लगातार बढ़ने लगा है|
जेट स्ट्रीम प्रभाव के कारण 8 किलोमीटर की ऊंचाई पर हवाओं की रफ्तार काफी अधिक है अनुमान है कि 16 फरवरी से बंगाल की खाड़ी से आने वाली हवाओं के साथ नमी भी आने लगेगी. इसके चलते मौसम का मिजाज बदलेगा मौसम विभाग के मुताबिक मध्य प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी क्षेत्रों में 16 से 19 फरवरी तक रुक.रुक कर बारिश हो सकती है इस दौरान दिन के तापमान में गिरावट दर्ज होने लगेगी हालांकि अब ठंड की विदाई हो चुकी है. टेम्परेचर लगातार बढ़ेगा और गर्मी पड़नी शुरू हो जाएगी|