दमोह। मध्य प्रदेश के दमोह जिले में एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें घास-फूस से बनी झोपड़ी में आग लगने से तीन बच्चियां झुलस गईं। इस हादसे में दो बच्चियों की मौत हो गई, जबकि तीसरी की हालत गंभीर है। उसे ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है।
दमोह के डीएम सुधीर कोचर ने बताया कि पीड़ित परिवार, गोविंद आदिवासी, खेतों की रखवाली के लिए झोपड़ी में रह रहा था। बुधवार रात परिवार आलू भून रहा था, तभी चिंगारी फूस की झोपड़ी में लग गई और आग तेजी से फैल गई। उस समय झोपड़ी में खेल रहीं तीन बच्चियां आग की चपेट में आ गईं।
मिली जानकारी के अनुसार, आग लगते ही एक बच्ची झोपड़ी के अंदर फंसी थी। उसे बचाने के लिए दो अन्य बहनें अंदर गईं, लेकिन तीनों झुलस गईं। आग की भयावहता ने दो बच्चियों की जान ले ली, जबकि तीसरी जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रही है।
घटना के बाद तीनों बच्चियों को अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने बताया कि तीनों 100 प्रतिशत झुलस चुकी थीं। दो को बचाया नहीं जा सका, जबकि तीसरी बच्ची को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है।
इस घटना पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गहरा दुख व्यक्त किया और मृतक बच्चियों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की। साथ ही घायल बच्ची के इलाज के लिए 1 लाख रुपए की आर्थिक मदद का ऐलान भी किया।