नई दिल्ली। देश के एक बड़े हिस्से में मानसून का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। पहाड़ी राज्यों में भारी बारिश का नया दौर शुरू हुआ है। इसके चलते हिमालच प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में भारी तबाही देखने को मिली है। वहीं ओडिशा में भी बारिश का कहर देखने को मिला है। इन चार राज्यों में हुए अलग-अलग हादसों में मृतकों की संख्या 31 पहुंच गई है। वहीं सैकड़ों लोग बेघर हो गए हैं। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में पहाड़ दरकने लगे हैं। वैष्णो देवी यात्रा भी प्रभावित हुई है।
हिमाचल प्रदेश लगातार बारिश से बुरी तरह प्रभावित है। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में चक्की नदी पर बना रेलवे पुल भारी बारिश के कारण ढह गया है। शुक्रवार से भारी बारिश के कारण भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ की घटनाओं में एक ही परिवार के आठ सदस्यों सहित 22 लोगों की मौत हो गई। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के निदेशक सुदेश कुमार मोख्ता ने कहा कि 10 लोग घायल हुए हैं।
भारी बारिश से उत्तराखंड के कई हिस्से जलमग्न हो गए। लगातार बारिश से पौड़ी, टिहरी और देहरादून जिलों में व्यापक तबाही हुई है। देहरादून में मालदेवता क्षेत्र ओवरफ्लो होने वाली सोंग नदी के कारण आई बाढ़ की चपेट में आ गया था। बाढ़ ने देहरादून को जॉली ग्रांट हवाई अड्डे से जोड़ने वाला एक फ्लाईओवर बहा दिया। कई गांवों का संपर्क भी कट गया है। सरखेत गांव में बादल फटने से सात लोगों के मारे जाने की आशंका है।
जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में मूसलाधार बारिश हो रही है। यहां पीर पंजाल पर्वत श्रृंखला के ऊपरी इलाकों में दारहाली नदी के उफान पर आने के बाद अचानक बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। राहत तथा बचाव के काम में सेना को लगाया गया है।
समुद्र में बने गहरे दबाव के कारण ओडिशा में भारी बारिश हो रही है। बाढ़ के कारण ओडिशा के कई तटीय क्षेत्र कट गए हैं। भारी बारिश के कारण दीवारें गिरने की अलग-अलग घटनाओं में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई। मयूरभंज, बालासोर और क्योंझर जिलों में भारी बारिश दर्ज की गई। मयूरभंज जिले में सबसे अधिक 260 मिमी बारिश दर्ज की गई। 18 ब्लॉकों में 100 मिमी से अधिक बारिश हुई।