उज्जैन। उज्जैन में 82 साल के रिटायर्ड सरकारी अफसर ने 40 साल छोटी महिला से शादी की है। विशेष विवाह अधिनियम के तहत दोनों ने कोर्ट मैरिज किया। बुजुर्ग की शादी की जानकारी मिलते ही देखने वालों का कोर्ट में मजमा लग गया। उज्जैन के वल्लभनगर निवासी 82 साल के एक बुजुर्ग ने शुक्रवार को प्रशासनिक कार्यालय में विवाह किया। बुजुर्ग पीडब्ल्यूडी विभाग में सेक्शन हेड था। वह फरवरी 1999 में सेवानिवृत होने के बाद पत्नी बच्चे नहीं होने से अकेले रहते थे। वहीं शास्त्रीनगर में 36 वर्षीय गृहणी पति की मौत के बाद 6 साल के बच्चे के साथ अकेली रहती थी।
दोनों ने मेल मुलाकात होने के बाद एक दूसरे का सहारा बनने का निर्णय लिया। इसी के चलते महिला अपने रिश्तेदार और बुजुर्ग दोनों प्रशासनिक कार्यालय पहुंचे और विधिसंगत तरीके से विवाह किया। बुजुर्ग रिटायर्ड अफसर व महिला द्वारा कोर्ट मैरिज का पता चलते ही एडीएम कार्यालय पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई, जिससे महिला और बुजुर्ग जमकर नाराज हो गए।
मामले में एडीएम टैगोर ने कहा कि संबंधित ने विधिवत आवेदन दिया था और परिजनों के साथ उपस्थित होकर शादी की है। पेश किए गए प्रमाण के अनुसार पुरुष की उम्र करीब 85 और महिला की 35 से 40 के बीच है। एडीएम संतोष टैगोर के मुताबिक़ विशेष विवाह अधिनियम के तहत एक विवाह के लिए आवेदन किया गया था। इसमें पुरुष की उम्र अधिक है, जबकि महिला की उम्र कम है। लिहाजा आवेदन पर विचार करते हुए विधि संगत विवाह कराया गया है। हालांकि आवेदन के वक़्त ही आवेदक ने अपनी पहचान उजागर न करने की विशेष गुजारिश की थी, इसलिए उनकी आधिकारिक पहचान उजागर नहीं की जा सकती।
82 वर्षीय रिटायर्ड अफसर ने चर्चा करते हुए कहा कि उनका इस दुनिया में कोई नहीं है। उन्हें 28 हजार रुपये पेंशन मिलती है। महिला भी विधवा होने के कारण बेसहारा है. उसकी स्थिति को देख उन्होंने उससे विवाह का निर्णय लिया लिया न कि खुद के सुख के लिए। हालांकि इस अनोखे विवाह को देखनेके लिए जब वहां भीड़ जमा हो गई। कुछ लोग फोटो और वीडियो बनाने लगे तो महिला ने नाराज होकर कहा कि कृपया उसे मनोरंजन का साधन न बनाया जाए। उसने सहारे के लिए शादी की। यदि किसी ने परेशान किया तो वह आत्महत्या कर लेगी।