भोपाल। माध्यमिक शिक्षा मंडल (एमपी बोर्ड) की 10वीं और 12वीं बोर्ड में छोटे शहरों की बेटियों ने टॉप किया है। स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार सिंगल क्लिक से रिजल्ट जारी किया। करीब 18 लाख स्टूडेंट्स ने परीक्षा दी थी। 10वीं में 59.54 प्रतिशत पास हुए हैं। 12वीं के 72 फीसदी स्टूडेंट पास हुए हैं। 10वीं के 3.50 लाख और 12वीं के 1.20 लाख बच्चे फेल हुए हैं। सभी 11 टॉपर छोटे शहरों की बेटियां हैं। कक्षा 10वीं में छतरपुर की नैंसी दुबे और सतना की सुचिता पांडे ने संयुक्त रूप से टॉप किया है। दोनों ने 496 नंबर (99.2%) हासिल किए हैं। 12वीं के अलग-अलग विषयों में 9 टॉपर्स भी लड़कियां हैं।
12वीं में कला समूह में सागर की इशिता दुबे 480 नंबर के साथ टॉपर हैं। विज्ञान गणित समूह में श्योपुर की प्रगति मित्तल (494 अंक) ने और कॉमर्स समूह में मुरैना की खुशबू शिवहरे (480 अंक) ने टॉप किया। जीव विज्ञान समूह में शाजापुर की दिव्यता पटेल (491अंक) ने टॉप किया है। 12वीं की मेरिट में कुल 153 स्टूडेंट हैं। इनमें 93 छात्राएं और 60 छात्र हैं। 10वीं की परीक्षा 18 फरवरी से 10 मार्च तक हुई। इसमें 10 लाख 29 हजार 698 स्टूडेंट शामिल हुए। इसमें रेगुलर स्टूडेंट 9 लाख 31 हजार 860 थे। रेगुल स्टूडेंट्स का रिजल्ट 59.54% रहा। इसमें 56.84% छात्र और 62.47% छात्राएं हैं। 95 स्टूडेंट स्टेट मेरिट में आए हैं। इसमें 55 छात्राएं और 40 छात्र हैं। 10वीं की टॉपर दो लड़कियां संयुक्त रूप से रहीं। सरकारी स्कूलों का रिजल्ट प्राइवेट स्कूलों की तुलना में 14.08 प्रतिशत कम रहा।
रिजल्ट को लेकर बच्चों के मन में कोई भी सवाल या शंका है, तो डरने की जरूरत नहीं है। बोर्ड परीक्षा के विद्यार्थी मंडल द्वारा जारी टोल फ्री नंबर 18002330175 पर आसानी से अपने सवालों के जवाब पूछ सकते हैं। इसमें नंबर कम आने से लेकर सभी तरह के प्रश्नों के जवाब काउंसलर देंगे। इस साल अब तक 1 जनवरी से 28 अप्रैल तक करीब 51 हजार स्टूडेंट्स टोल फ्री नंबर पर कॉल कर चुके हैं।पिछले साल तक माध्यमिक शिक्षा मंडल के हेल्पलाइन नंबरों पर प्रदेशभर से एक दिन में करीब 200 कॉल आते थे। अब इनकी संख्या काफी बढ़ गई है। मंडल ने 2019 में सालभर काउंसिलिंग प्रक्रिया चलाई थी। तब से अब तक 5 लाख से ज्यादा कॉल हेल्पलाइन नंबरों पर आ चुके हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के स्टूडेंट्स सबसे ज्यादा कॉल करते हैं।
मंडल ने तीन शिफ्ट में 6-6 काउंसलर को रखा है। स्टूडेंट्स की काउंसिलिंग के लिए 18 काउंसलर, मनोवैज्ञानिक रहते हैं। साथ ही 120 से अधिक विषय विशेषज्ञ भी शामिल हैं। स्टूडेंट्स शैक्षणिक समस्या, मानसिक तनाव से संबंधित किसी भी तरह के प्रश्न हेल्पलाइन नंबर पर पूछ सकते हैं। यह सभी दिन काम करता है।एमपी बोर्ड द्वारा बच्चों को रीटोटलिंग और कॉपी देखने का अवसर दिया जाता है। इसके लिए रिजल्ट जारी होने के 15 दिन के अंदर आवेदन करना होता है। रिजल्ट को लेकर स्टूडेंट्स के मन में कोई भी संदेह या शंका होने पर वह रीटोटलिंग या कॉपी भी देख सकता है। अगर कोई गड़बड़ हुई है, तो उसे ठीक कर नया रिजल्ट तैयार होगा।
सभी छात्र MPBSE MOBILE ऐप या MP Mobile ऐप पर ‘Know Your Result’ का चयन करने के बाद अपना रोल नंबर और आवेदन क्रमांक दर्ज कर परिणाम जान सकेंगे।