खंडवा : पुलिस ने शादी कर गहने और नकदी लेकर फरार होने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने मामले में दुल्हन सहित अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। शादी होने के बाद युवती ससुराल पहुंचती और मौका पाकर जूलरी, नकदी लेकर रात में वहां से भाग निकलती थी।
पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने बताया कि दुल्हन शादी कर ससुराल से जूलरी के साथ गायब हो गई, ऐसी शिकायतें हमेशा आती हैं। कई बार स्वजन मान-सम्मान के लिए थाने तक नहीं पहुंचते हैं। इस प्रकार की वारदातें सुनियोजित ढंग से की जाती हैं। हमारी टीम ने मामले का खुलासा करते हुए इस ड्रामे में शामिल दुल्हन अन्य आरोपी को गिरफ्तार किया है।
ये है मामला
खंडवा जिले के हर्ष थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम तोरनिया निवासी केदार अपनी शादी करना चाहता था, जिसके लिए उसने कई जगह पर शादी की चर्चाएं की थी लेकिन कहीं बात नहीं बन रही थीं। इसी चर्चा के क्रम में ग्राम पाटाखाली के जगदीश पिता हरिप्रसाद से भी बातचीत हुई। जगदीश ने पूनम पिता चम्पालाल निवासी सोडलपुर जिला हरदा एवं शकील पिता शरीफ निवासी डगावा भटपुरा जिला हरदा से केदार की शादी के लिए लड़की की बात फोन पर की।
पूनम ने लड़की रागनी ( परिवर्तित नाम ) का पिता बनकर केदार से फोन पर बात की और कहा कि लड़की की मां बीमार है और हम गरीब हैं। इलाज के लिए 40,000 रुपये की जरूरत है , तभी लड़की की शादी करेंगे। तब केदार ने पूनम को कहा कि लड़की पसंद आने पर इलाज के लिए पैसे दे दूंगा।
उसके बाद केदार को 23 दिसंबर को लड़की दिखाई गई। केदार को लड़की रागनी पसंद आ गई। उस पर केदार ने पूनम के पिता शकील को 40 हजार रुपये दे दिए। 24 दिसंबर को कोर्ट में शादी हो गई। मां की तबीयत खराब बता कर लोगों ने मायके बुला लिया। उसके बाद केदार अपनी पत्नी को लगातार घर लाने की तैयारी करता रहा लेकिन वे लोग आनाकानी करते रहे।
पीड़ित केदार ने 1 फरवरी 2021 को पुलिस में शिकायत की। उसके बाद पुलिस ने आरोपी जगदीश, शकील, वकील और पूनम को गिरफ्तार किया है। पूछताथ में यह बात सामने आई है कि 16 जनवरी को 60 हजार रुपये लेकर लड़की की शादी दूसरी जगह भी कराई गई थी।
3 महीने में हुई कई शादी
आरोपियों ने लुटेरी दुल्हन की पहली शादी 1 नवंबर 2020 को देवास जिले में कराई। दूसरी शादी 24 दिसंबर 2020 को खंडवा जिले में कराई। 25 दिसंबर को राजस्थान निवासी लड़के से महू में शादी हुई। 4 जनवरी को लुटेरी दुल्हन की चौथी शादी हुई थी। हर जगह 2-7 दिन रहने के बाह वह फरार हो जाती थी।