महाराष्ट्र। Maharashtra में गृह मंत्रालय एनसीपी के पास है और एनसीपी दूसरे कई महत्वपूर्ण मंत्रालय अपने कब्जे में रखी है और समाजवादी पार्टी का विधायक अबू आजमी सरकार को समर्थन दे रहा है। एनसीपी का नवाब मलिक और जैसे कट्टर लोग सरकार में काफी पावरफुल है। नवाब मलिक के भरोसे मुस्लिम संस्थाओं ने इस बार महाराष्ट्र में बहुत भारी संख्या में यानी लगभग 40% पुलिस में भर्ती होने का लक्ष्य रखा गया है।
पूरे महाराष्ट्र से मुस्लिम युवकों को मुंबई में ही नहीं बल्कि नागपुर, सातारा जैसे जगहों पर Police भर्ती में तैयारी करवाने के लिए रहना खाना की मुफ्त व्यवस्था की गई है। उन्हें मुफ्त में कोचिंग करवाई जा रही है उन्हें किताबें इत्यादि खरीदने के लिए लगभग ₹10000 सरकारी सहायता दी जा रही है, इतना ही नहीं पूरे ट्रेनिंग के दौरान उन्हें ₹3000 हर महीने स्टाइपेंड के तौर पर दिए जाएंगे। बड़ी संख्या में यूपी बिहार के मुस्लिम युवक जो महाराष्ट्र में रहते हैं लेकिन उनकी मराठी कमजोर है लेकिन शारीरिक दक्षता है तो उनके लिए मराठी कोचिंग की भी व्यवस्था की जा रही है।
मुंबई के ग्रांड रोड स्थित कई मदरसों ने भी अपने मदरसों में मुस्लिम युवकों को पुलिस भर्ती में कोचिंग के लिए तैयारी करवानी शुरू कर दी है, और पूरे महाराष्ट्र के मुस्लिम विधायक और सांसद बड़ी संख्या में पैसे से मदद करके मुंबई पुलिस में 40% मुस्लिम युवकों की भर्ती करने का लक्ष्य रखे हुए हैं। यह अपने लक्ष्य के प्रति इतने समर्पित हैं कि मुंबई का विशाल हज हाउस भी मुस्लिम युवकों को तैयारी करने के लिए खोल दिया गया हैवही आज भी मराठी युवक घूम रहे हैं लेकिन कोई नौकरी नहीं मिल रही है। सरकार उन्हें कोई मदद नहीं कर रही और तो और महाराष्ट्र सरकार की कमजोर वकील की वजह से सुप्रीम कोर्ट ने मराठा आरक्षण भी खत्म कर दिया। जो लोग जी जान से मेहनत कर रहे है उनको होगा बड़ा नुकसान।