दतिया: दतिया में राजगढ़ किले के नीचे की 400 साल पुरानी दीवार गिरने से बड़ा हादसा हो गया, जिसमें 9 लोग मलबे में दब गए। स्थानीय लोगों ने दो लोगों को सुरक्षित निकाल लिया, जबकि रेस्क्यू टीम ने तीन शव बरामद किए हैं। शेष चार लोगों को मलबे से निकालने का कार्य अभी भी जारी है। यह घटना सुबह करीब साढ़े 3 बजे हुई, जब दीवार अचानक ढह गई, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दीवार गिरने की तेज आवाज सुनकर लोग बाहर आए और घटना का पता चला। स्थानीय प्रशासन, जिसमें कलेक्टर संदीप मकीन, एसपी वीरेंद्र कुमार मिश्रा और एसडीईआरएफ की टीम शामिल है, मौके पर मौजूद है और रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं।
घटना के बाद, रेस्क्यू में देरी के आरोपों को लेकर लोगों ने विरोध किया, जिस पर पुलिस ने उन्हें शांत कराया।
इस घटना में निम्नलिखित लोग मलबे में दबे हुए हैं: ममता पत्नी निरंजन, राधा पिता निरंजन, किशन पिता पन्ना लाल, और प्रभा पत्नी किशन वंशकार। वहीं, निरंजन वंशकार, सूरज, और शिवम की मौत हो चुकी है, जबकि मुन्ना और आकाश घायल हैं।
बताया जा रहा है कि पिछले 30 घंटे से लगातार हो रही बारिश के कारण दीवार कमजोर हो गई थी। इस दीवार का निर्माण सन 1629 में राजा इंद्रजीत ने कराया था और इसे “शहर पन्हा” के नाम से जाना जाता था।