मेरठ।। एसएसपी ने थानों में व्याप्त ठेकेदारी प्रथा पर कड़ा रुख अपनाते हुए एक ही समय में तीन थानों के सात पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है। इस कार्रवाई के बाद अन्य थानों में भी हलचल बढ़ गई है, जबकि ठेकेदारी प्रथा की गोपनीय जांच चल रही है।
एसएसपी विपिन ताडा ने टीपीनगर थाने से हेडकांस्टेबल राहुल कुमार और कपिल कुमार को, कंकरखेड़ा से सिपाही राकेश कुमार को तथा सरधना थाने से हेडकांस्टेबल दीपक चौहान, शोहबरन सिंह और सिपाही अभिषेक कुमार तथा राहुल कुमार को लाइन हाजिर किया है।
जांच के बाद की गई कार्रवाई
सूचना मिलने पर पता चला कि ये पुलिसकर्मी थाने में ठेकेदार के रूप में कार्यरत हैं, और थाना प्रभारी के करीबी बनकर काम कर रहे हैं। इनका काम बिना वर्दी में क्षेत्र में घूमना और ड्यूटी से बचना है। कप्तान द्वारा जांच के बाद इन सभी के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
अधिकारी ने बताया कि अन्य थाना क्षेत्रों में भी ऐसे पुलिसकर्मियों की गोपनीय जांच जारी है। पहले भी 75 पुलिसकर्मियों को ठेकेदारी के मामले में चिह्नित कर लाइन हाजिर किया गया था, और उनकी संपत्तियों की जांच भी की गई थी।
अवैध पटाखों की बिक्री पर कार्रवाई
मोदीपुरम से संवाददाता की रिपोर्ट के अनुसार, कंकरखेड़ा पुलिस ने अवैध रूप से पटाखों की बिक्री के मामले में एक दुकानदार को गिरफ्तार किया है। शुक्रवार रात को पुलिस ने सूचना मिलने पर एक दुकान पर छापा मारा, जहां से करीब 50,000 रुपये मूल्य के पटाखे बरामद किए गए।
पुलिस ने बताया कि दुकानदार सत्यप्रकाश के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, जबकि स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया। पुलिस ने चेतावनी दी कि सरकारी कार्य में बाधा डालने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस घटनाक्रम से स्पष्ट है कि एसएसपी की कड़ी कार्रवाई से पुलिस विभाग में अनुशासन को मजबूती मिलेगी।