ग्वालियर। ग्वालियर जिले के उम्मेदगढ़ गांव में आलूभल्ला की चाट खाने से करीब 70 लोग फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए। मोहना के शिवहरे चाट सेंटर ने गांव में जाकर 10 रुपए का आलू भल्ला 5 प्लेट में खिलाया। आलू भल्ला खाने वाले लगभग 70 लोगों को देर रात पेट दर्द उल्टी दस्त शुरू हो गए। तबीयत बिगड़ने के बाद बीमार लोगों को मोहना प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। एक बच्चे की हालत बिगड़ने पर उसे ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने प्रारंभिक तौर पर इसे फूड प्वाइजनिंग का मामला बताया है।
10 का आलू भल्ला 5 में खिलाया
मोहना अस्पताल में भर्ती फूड प्वाइजनिंग के शिकार लोगों ने बताया कि मोहना के शिवहरे चाट भंडार का ठेला सोमवार को उम्मेदगढ़ गांव पहुंचा था, जहां इस चाट संचालक ने आलू भल्ला आधी कीमत पर खिलाया। 10 रुपए में मिलने वाला आलू भल्ला 5 प्लेट में गांव वालों को बेचा। सस्ता आलू भल्ला देख ठेले पर गांव वालों की भीड़ जमा हो गई और लोगों ने चटकारे लेकर आलू भल्ला खाया। इसके साथ ही सेखरा गांव के भी करीब 15 से 20 लोगों ने आलू भल्ले का स्वाद लिया।
आलू भल्ला खाने वालों की देर रात बिगड़ी तबीयत
उम्मेदगढ़ गांव के लोगों ने शाम को आलू भल्ला खाया था। धीरे-धीरे गांव में आलू भल्ला खाने वाले लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी। देर रात तक आलू भल्ला खाने वाले लोग उल्टी दस्त के शिकार होने लगे। जब लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी तो गांव से ट्रैक्टर में डालकर बीमारों को मोहना के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने इनका प्राथमिक उपचार किया। एक बच्चे की तबियत बिगड़ने पर उसे ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल भिजवाया।
बिना फ़ूड लाइसेंस के चल रहा चाट कारोबार
मोहना के ग्रामीण अंचल में बिना फ़ूड लाइसेंस के चाट का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। इन चाट ठेलों पर अमानक स्तर की खाद्य सामग्री इस्तेमाल की जा रही है, जिसके चलते लोगों की सेहत से खिलवाड़ हो रहा है। मोहना में रहने वाले डॉक्टर सगीर ने बताया कि फ़ूड डिपार्टमेंट लापरवाह है, ग्रामीण इलाकों में मिलावट खोरी और अमानक खाद्य पदार्थ बेचने का कारोबार करने वालों पर प्रशासन और फ़ूड डिपार्टमेंट मेहरबान है, जिसके चलते ऐसी घटनाएं हो रही है।