Rajyasabha : कृषि बिलों पर चर्चा के दौरान रविवार को राज्यसभा में जो कुछ भी हुआ, सभापति एम. वेंकैया नायडू उससे खासे नाराज दिखे। सरकार ने आठ विपक्षी सदस्यों को मौजूदा सत्र के बाकी समय के लिए निलंबित करने का प्रस्ताव पेश किया। जिसे सदन ने ध्वनिमत से स्वीकार कर लिया। सस्पेंड किए सांसदों में कांग्रेस के तीन, तृणमूल कांग्रेस और सीपीआई (एम) के दो-दो और आम आदमी पार्टी का एक सदस्य शामिल है। नायडू ने यह भी साफ किया कि डिप्टी चेयरमैन के खिलाफ विपक्षी सांसदों की तरफ से लाया गया अविश्वास प्रस्ताव नियमों के हिसाब से सही नहीं है। सभापति की इस कार्रवाई के बाद भी सदन में हंगामा जारी रहा। इसके बाद राज्यसभा को सुबह 10 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
सांसदों से बोले नायडू, थोड़ा आत्मनिरीक्षण कीजिए
राज्यसभा चेयरमैन ने सोमवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कहा कि ‘कल का दिन राज्यसभा के लिए बहुत बुरा दिन था जब कुछ सदस्य सदन के वेल तक आ गए। डिप्टी चेयरमैन के साथ धक्कामुक्की की गई। उन्हें अपना काम करने से रोका गया। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। मैं सांसदों को सुझाव देता हूं, कृपया थोड़ा आत्मनिरीक्षण कीजिए।’
इन्हें किया गया सस्पेंड
डेरेक ओ’ब्रायन (तृणमूल कांग्रेस)
संजय सिंह (आम आदमी पार्टी)
राजू साटव (कांग्रेस)
केके रागेश (सीपीआई-एम)
रिपुण बोरा (कांग्रेस)
डोला सेन (तृणमूल कांग्रेस)
सैयद नासिर हुसैन (कांग्रेस)
एलमाराम करीम (सीपीआई-एम)
सैयद नासिर हुसैन (कांग्रेस)
एलमाराम करीम (सीपीआई-एम)