इंदौर। इंदौर के भागीरथपुरा क्षेत्र में नशे के कारोबार के खिलाफ महिलाओं ने कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को घेर लिया। इस दौरान उन्होंने इलाके में बढ़ते ड्रग पैडलिंग और बच्चों के शामिल होने की गंभीर शिकायतें की। विजयवर्गीय ने पुलिस को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि तीन दिन के भीतर नशे के कारोबार को समाप्त करना होगा, नहीं तो वह स्वयं कार्रवाई करेंगे। शहर के भागीरथपुरा में लगभग 200 गलियों में नशे का कारोबार फल-फूल रहा है। यहां के बच्चे, जिनकी उम्र 8 से 15 साल है, 30 से 50 रुपए में नशे की पुड़िया सप्लाई कर रहे हैं। स्थानीय महिलाएं बताती हैं कि नशेडी गली में झुंड बनाकर खड़े रहते हैं, जिससे इलाके में असुरक्षा का माहौल बना हुआ है।
स्थानीय निवासी बताते हैं कि पुलिस की कार्रवाई अक्सर केवल दिखावे तक सीमित रहती है। मंत्री के अल्टीमेटम के बाद पुलिस ने कुछ लोगों को उठाया, लेकिन बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। इससे जनता का पुलिस पर से विश्वास उठता जा रहा है। बच्चों को नशे के कारोबार में शामिल किया जा रहा है। वे तस्करों के संपर्क में आकर खुद भी नशा करने लगते हैं। पार्षद कमल वाघेला ने बताया कि कई परिवार नशे की चपेट में आकर बर्बाद हो चुके हैं। बच्चे माता-पिता से पैसे मांगते हैं और यदि नहीं मिलते, तो घर का सामान बेच देते हैं या चोरी करते हैं।