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Friday, November 15, 2024

सांप के काटने से 8 साल की मासूम बच्ची की मौत

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ग्वालियर। ग्वालियर में एक आठ साल की मासूम को सांप ने काट लिया है। मासूम खटिया पर सो रही थी तभी यह घटना हुई। सोते ही में ही उसने दम तोड़ दिया। घटना मोतीझील पुरानी छावनी इलाके की है। इसके बाद भी परिजन उसे लेकर अस्पताल पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया है। इसके बाद पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने शव परिजन के सुपुर्द कर दिया है। जब अंतिम संस्कार करने के बाद मासूम के पिता ने अपना मोबाइल चेक किया तो उन्हें रुला देने वाला VIDEO मिला है। मौत से चंद घंटे पहले उसने अपना गाना गाते हुए एक VIDEO शूट किया था। अब इस VIDEO को देखकर परिजन की आंखे आंसू से भर आती हैं।

 

शहर के पुरानी छावनी स्थित मोतीझील पहाड़िया पर लखविंदर सिंह, पत्नी राजेन्दर कौर व बच्चांे के साथ रहता है। मूल रूप से वह फरीदाबाद उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। वह पास ही एक खेत पर काम करता है। पत्नी भी काम करने जाती है। एक दिन पहले की बात है। लखविंदर सिंह की छोटी बेटी प्रीति कौर (8) खटिया पर सो रही थी। दिन के समय अचानक कहीं से सांप आ गया। सांप ने मासूम को काट लिया। घटना का उन्हें पता उस समय लगा जब शाम को लखविंदर खेत से वापस लौटा। उसने बेटी का शरीर पीला पड़ते देखा तो तत्काल उसे अस्पताल लेकर पहुंचे। जयारोग्य अस्पताल में बेटी को लेकर पहुंचे तो वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव काे निगरानी में लेकर जांच शुरू कर दी है।

 

परिजन ने बताया कि प्रीति को गाने और डांस का शौक था। वह अक्सर मोबाइल लेकर उसमें अपना गाना और डांस शूट करती रहती थी। जब यह ख्याल आया तो उसके पिता ने अपना मोबाइल चेक किया तो उसमें मासूम के हाथ से बना जिंदगी का आखिरी VIDEO मिला है। जिसमें वह गाना गा रही है। उसका यह VIDEO देखकर परिजन अपने आंसू रोक नहीं पा रहे हैं।

 

चार भाई-बहनों में सबकी लाडली थी प्रीति -प्रीति लखविंदर सिंह की दूसरे नंबर की बेटी है। उनके चार बच्चे हैं दो बेटी तनु कौर (15), प्रीति (8), दो बेटे हर्मेन्द्र सिंह (5) व अनमोर सिंह (3) हैं। पर मां-पिता की लाड़ली प्रीति थी, क्योंकि उसके आने के बाद ही उनके घर में दो बेटों का जन्म हुआ था। लखविंदर सिंह वैसे तो फरीदाबाद उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं, लेकिन काम की तलाश में वह तीन महीने पहले ही मोतीझील पर आकर बस गए थे। उन्हें नहीं पता था कि यहां वह अपनी लाड़ली बिटिया को खो देंगे।

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