जबलपुर। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 6 और 7 मार्च को जबलपुर और दमोह दौरे के दौरे पर रहेंगे। इसे लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है। तय कार्यक्रम के मुताबिक राष्ट्रपति 6 मार्च को जबलपुर जबकि 7 मार्च को दमोह के दौरे पर रहेंगे। इतिहास में ये पहला मौका होगा जब देश के राष्ट्रपति माँ नर्मदा की आरती में शामिल होंगे।
इस ऐतिहासिक कार्यक्रम को यादगार बनाने के लिए केन्द्रीय संस्कृति मंत्रालय ने जबलपुर के ग्वारीघाट पर ख़ास इंतज़ाम किए हैं। नर्मदा नदी के ग्वारीघाट को खूबसूरती से सजाया गया है जहां महामहिम माँ नर्मदा की महाआरती में शामिल होंगे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 6 मार्च की सुबह साढ़े नौ बजे सेना के विशेष विमान से जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट पहुंचेंगे।
राष्ट्रपति सुबह 11 बजे जबलपुर के मानस भवन में आयोजित ज्यूडीशिरी के अहम कार्यक्रम में शामिल होंगे। देश के सभी राज्यों की ज्यूडीशियल एकेडमी की डायरेक्टर्स रिट्रीट के इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय न्यायिक परिचर्चा का आयोजन 6 और 7 मार्च को किया जा रहा है जिसमें महामहिम के अलावा चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एस ए बोबड़े, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल,सीएम शिवराज सिंह चौहान सहित सभी राज्यों के चीफ जस्टिस शामिल होंगे।
इस कार्यक्रम में दो दिनों तक न्यायिक प्रक्रिया के विभिन्न पहलुओं पर विचार मंथन किया जाएगा और परिचर्चा के नतीजों को भविष्य में ज्यूडीशियल ट्रेनिंग और न्यायदान की प्रक्रिया में लागू किया जाएगा। तय कार्यक्रम के अनुसार शाम 7 बजे राष्ट्रपति जबलपुर के ग्वारीघाट में नर्मदा महाआरती में शामिल होंगे और रात्रि विश्राम जबलपुर के सर्किट हाउस में करेंगे। इससे पहले राष्ट्रपति जबलपुर में आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के जबलपुर सर्किल दफ्तर की शुरुआत भी करेंगे।
अगले दिन 7 मार्च को राष्ट्रपति सुबह 10 बजे दमोह जिले में स्थित रानी दुर्गावती के सिंगौरगढ़ किले के जीर्णोद्धार कार्यक्रम का भूमिपूजन करेंगे और यहां जनजातीय सम्मेलन को भी संबोधित करेंगे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के इस दौरे के मद्देनजर जबलपुर में सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता कर दी गई है जिसमें एसपीजी के अलावा पुलिस के 60 आला अधिकारियों सहित 2 हजार जवान सुरक्षा में तैनात रहेंगे। केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने राष्ट्रपति के इस दौरे को जबलपुर और दमोह के लिए बेहद महत्वपूर्ण बताया है।