भोपाल। सीएम शिवराज ने आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर घोषणा करते हुए कहा कि संविदा महिला कर्मचारियों को 180 दिन का अवकाश मिलेगा। नगर निगम की महिला सफाई कर्मचारियों को अवकाश दिया जाएगा, सफाई कर्मचारियों सप्ताह में एक दिन का अवकाश दिया जाएगा, 100 करोड़ की लागत से नारी सम्मान कोष की होगी स्थापना।
सीएम शिवराज ने कहा कि महिला स्व- सहायता समूहों को 2 प्रतिशत की दर पर राशि सरकार देगी। सीएम शिवराज ने यह भी ऐलान किया कि प्रदेश में नारी अदालत बनायी जाएगी। जिससे घरों में ही छोटे-छोटे पारिवारिक मामले सुलझ जाएंगे। उन्हें पुलिस में जाने की जरूरत नहीं होगी।
CM शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि धर्म स्वतंत्रता अधिनियम विधानसभा में पारित हो गया है, अब आजीवन कारावास की सज़ा दोषियों को मिलेगी, पुरुष प्रधान समाज मानसिकता को बदलने का काम करना होगा, 38 लाख लाडली लक्ष्मी बेटियों के लिए मेडिकल, इंजीनिरिंग से लेकर विदेश तक की शिक्षा के लिए प्रदेश सरकार राशि देगी।
सीएम ने कहा कि अब तक प्रदेश में 72 नर पिशाचों को फांसी की सजा दी गई है, महिलाओं—बहनों के साथ अत्याचार नहीं सहा जाएगा, न्यायालय में महिलाओं से जुड़े मामलों की सुनवाई में तेजी लाने के लिए मैं पत्र लिखूंगा। सीएम ने कहा कि प्रदेश में मुस्कान अभियान के जरिए 9 हजार बेटी बच्चियों को लाभ मिला।
सीएम ने कहा कि मैं एक संकल्प लेता हूं, कि प्रदेश के हर गांव के घर में नल कनेक्शन होगा, इस साल 26 लाख घरों में नल कनेक्शन मिलेगा, 3 साल में पूरे प्रदेश में घर-घर नल कनेक्शन का काम पूरा होगा, 6 हजार करोड़ राज्य सरकार देगी और केंद्र से भी इतना ही लेंगे।
सीएम ने कहा कि बेटियों को गाड़ी चलाने के लिए मुफ्त में प्रशिक्षण सरकार देगी, संपत्तियों में अब परिवार के पुरुष के साथ महिला का भी हक होगा, प्रॉपर्टी खरीदी पर रजिस्ट्री में महिलाओं को 2 प्रतिशत की छूट मिलेगी। शासकीय केंटीन में महिला स्व-सहायता समूह काम करेंगे। पूरे प्रदेश में नशा मुक्ति अभियान की शुरूआत होगी, सीएम ने कहा कि उमा भारती ने भी पत्र लिखा था और नशा मुक्त पंचायत को पुरुस्कार दिया जाएगा।
CM शिवराज सिंह चौहान ने संबोधन में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई देते हुए कहा कि नारी वो है जो समाज को संस्कार, आकार, विचार देती है, श्राप को भी वरदान बना देती है, आज मेरे सभी काम बहनें कर रही हैं, OSD से लेकर सभी काम बहनों ने ही किए, स्व-सहायता समूहों के भरोसे आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का निर्माण करूंगा। आज सफाई में जुटी बहनों ने कहा कि मुझे सम्मान चाहिए, आज भी बेटियों को सम्मान की जरूरत है, कई मामले ऐसे हुए जब भेदभाव किया जाता है, ऐसे मामले भी हैं जो दुख देते हैं।