ग्वालियर। महाशिवरात्रि के पर्व पर देवों के देव महादेव की पूरे भारतवर्ष में पूजा हो रही है। लेकिन ग्वालियर का जिंसी नाला स्थित रुद्राक्ष शिव मंदिर अपने आप में अनूठा है। यहां भगवान शिव पार्वती,गणेश, नंदी सहित अन्य भगवान पूरे रुद्राक्ष से बने हुए हैं। इसके पीछे भी रोचक कहानी है.।
यह मंदिर भी प्राचीन शिवालय में से एक है। पहले यहां साधारण शिव परिवार था। यहां के पुजारी रोजाना मंदिर पर पूजा अर्चना करते थे। करीब ढाई दशक पहले जब वे महामृत्युंजय का जाप कर रहे थे तभी उन्हें ध्यान में यह शिव मंदिर रुद्राक्ष का निर्मित दिखाई दिया। उन्होंने अपनी इस कल्पना को फलीभूत करने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में जाकर तरह-तरह के रुद्राक्ष जमा किए और उनसे यह शिव परिवार को आकार रूप दिया। तभी से यह शिव मंदिर रुद्राक्ष का शिव मंदिर कहलाता है।
रुद्राक्ष शिव मंदिर की विशेषता है ,कि यहां सच्चे मन से अपनी मनोकामना मांगने वाले श्रद्धालुओं की हर मुराद पूरी होती है। खास बात यह भी है कि इस मंदिर पर वैसे तो सभी धर्मों के लोग आते हैं। लेकिन यहां आजादी के दौरान पाकिस्तान से आए परिवार विशेष रुप से यहां अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए प्रार्थना करने आते हैं।