दमोह। पथरिया विधायक रामबाई परिहार एक बार फिर सुर्खियों में है परंतु इस बार किसी को धमकाने वाले वीडियो के लिए ही नहीं बल्कि 2 साल से फरार हत्या के आरोपी गोविंद सिंह (महिला विधायक का पति) की गिरफ्तारी के लिए होने वाली पुलिस एवं प्रशासनिक कार्रवाई के दौरान तहसीलदार के सामने हाथ जोड़ने के लिए।
प्रशासन ने बुधवार को कार्रवाई के दौरान बहुजन समाज पार्टी से निष्कासित महिला विधायक श्रीमती राम बाई के पति का मैरिज गार्डन तोड़ दिया। मौके पर मौजूद तहसीलदार बबीता राठौर ने बताया कि मैरिज गार्डन का वह हिस्सा तोड़ दिया गया है जो सरकारी नाले पर बनाया गया था और नाले को मिट्टी से भर दिया गया था।
बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर विधायक बनी रामबाई परिहार कुछ समय पहले तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री को खुली धमकी दिया करती थी। सरकार गिराने की बात करती थी। यह वही महिला विधायक हैं जिन्होंने कहा था कि ‘मुख्यमंत्री को मुझे कैबिनेट मंत्री तो बनाना पड़ेगा।’ आज जब उनके पति गोविंद सिंह की गिरफ्तारी के लिए सरकारी कार्यवाही शुरू हुई तो हाथ जोड़तीं नजर आईं।
पथरिया विधायक रामबाई परिहार के सागर नाका स्थित घर पर छापामार कार्रवाई की गई। पूरे मकान की तलाशी ली गई इसके बाद पथरिया विधायक रामबाई परिहार की बेटी को पुलिस थाने में उपस्थित होने के लिए नोटिस दिया गया। पथरिया विधायक रामबाई परिहार ने सबसे पहले तो आपने दबंग स्टाइल में मौके पर मौजूद दमोह तहसीलदार बबीता राठौर पर दबाव बनाने की कोशिश की परंतु जब उन्हें समझ में आया कि इस बार बात बदल गई है तो पथरिया विधायक रामबाई परिहार की आंखों में आंसू नजर आने लगे।
पथरिया विधायक श्रीमती राम बाई ने अपने पति को बचाने के लिए हर संभव कोशिश की थी। कहा जाता है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ के कहने पर श्रीमती राम बाई के पति गोविंद सिंह का नाम कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया की हत्या की FIR से हटा दिया गया था। लेकिन कोर्ट के आदेश पर गोविंद सिंह को फिर से आरोपी बनाया गया। पथरिया विधायक श्रीमती राम बाई के प्रभाव के कारण गोविंद सिंह की गिरफ्तारी की कोशिश करने वाले एक आईपीएस अफसर सहित करीब आधा दर्जन अधिकारियों का ट्रांसफर कर दिया गया था। लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी के बाद पथरिया विधायक श्रीमती राम बाई के पति पर ₹30000 का इनाम घोषित किया गया है।