मध्यप्रदेश के उज्जैन शहर में गैंगस्टर विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद पक्ष और विपक्ष के बीच राजनीति शुरू हो गई है। जहां भाजपा गिरफ़्तारी पर अपनी सरकार की पीठ थपथपा रही है, वहीं कांग्रेस ने इसे सरकार की नाकामी बताया है।
नेताओं और पार्टियों के ऑफिसियल ट्विटर एकांउट से पार्टी और कई नेता एक दूसरे पर आरोप लगाने में लगे हैं। कांग्रेस के पूर्व मंत्री जीतू पटवारी इससे पहले भी विकास के नाम पर भाजपा को घेर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि मैं 6 साल से देश में विकास खोज रहा था और विकास योगी जी के यूपी में मिला।
कांग्रेस ने MP कांग्रेस के ट्वीटर हैंडल से प्रदेश की वर्तमान भाजपा सरकार पर निशाना साधा
मप्र बना अपराधियों का शरणस्थल:
— विकास दुबे भी उज्जैन में छिपा था।— MP Congress (@INCMP) July 9, 2020
भाजपा ने BJP मध्यप्रदेश के ट्वीटर हैंडल से प्रदेश की भाजपा सरकार की पीठ थपथपाते हुए कमलनाथ सरकार पर निशाना साधा
विकास दुबे उज्जैन से गिरफ्तार, उसे शायद किसी ने बताया नहीं कि मध्यप्रदेश में अब @chouhanshivraj सरकार है, @OfficeOfKNath नहीं, जो मध्यप्रदेश में घुसने का दुस्साहस कर बैठा। @UPPolice के सभी 8 शहीदों को नमन, आपका अपराधी हमारी गिरफ्त में है…@myogiadityanath pic.twitter.com/FyXaKJKZkX
— BJP MadhyaPradesh (@BJP4MP) July 9, 2020
जीतू पटवारी ने ट्वीट करते हुए शिवराज सरकार की आलोचना की।
मध्यप्रदेश आपराधिक राजधानी बनती जा रही हे
अपराधी सुरक्षित Indore में भी लूटकर गए
शिवराज जी की जय हो! https://t.co/aB16QibrNI— Jitu Patwari (@jitupatwari) July 9, 2020
कांग्रेस के पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने एक के बाद एक ट्वीट करते हुए शिवराज सरकार पर निशाना साधा और प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाएं।
कल ही खबर आ रही थी कि वह झांसी बार्डर से मध्य प्रदेश की सीमा में घुसा है। मध्य प्रदेश चारागाह बन गई है इस प्रकार के गैंगस्टरों के लिए। कानून व्यवस्था यहां पर ध्वस्त है , जिस प्रकार से हमने देखा भोपाल में दो इंजिनियरिंग के छात्रों की हत्या हो जाती है।
1/3 pic.twitter.com/IjpZQz1kEI— P C Sharma (@pcsharmainc) July 9, 2020
मुझे लगता है यह शरण और सरेंडर का खेल है। उसके उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से संबंध रहे हैं और मध्य प्रदेश में भी भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से संबंध हैं इसलिए वो मध्य प्रदेश आया और उज्जैन में पकड़ा गया। यह शरण और सरेंडर का खेल लग रहा है।
2/3— P C Sharma (@pcsharmainc) July 9, 2020
जिस प्रकार के अपराध उसने किये हैं , इसकी पूरी जांच होना चाहिए कि उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश में किन किन नेताओं से उसके संबंध रहे हैं। जिन लोगों ने शरण दी है उन्हीं ने सरेंडर करवाया होगा।।
3/3#pcsharmainc— P C Sharma (@pcsharmainc) July 9, 2020
दोनों पक्षों मेंआरोप-प्रत्यारोप के बीच यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी ट्वीट किया।
ख़बर आ रही है कि ‘कानपुर-काण्ड’ का मुख्य अपराधी पुलिस की हिरासत में है. अगर ये सच है तो सरकार साफ़ करे कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ़्तारी. साथ ही उसके मोबाइल की CDR सार्वजनिक करे जिससे सच्ची मिलीभगत का भंडाफोड़ हो सके.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 9, 2020
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि, ये तो उत्तरप्रदेश पुलिस के एनकाउंटर से बचने के लिए प्रायोजित सरेंडर लग रहा है। मुझे सूचना मिली है कि मध्यप्रदेश भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के सौजन्य से यह संभव हुआ है। ‘जय महाकाल’