ग्वालियर। पुलिस ने 1 महीने पहले पान कारोबारी कन्हैयालाल राठौर की खुदकुशी के मामले में 14 सूदखोरों पर एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने सुसाइड नोट में लिखें लोगों के नाम को आधार बनाकर सभी को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोपी बनाते हुए मामला दर्ज किया है। यह सभी सूदखोर पान व्यापारी को मोटा ब्याज लगाकर वसूली करने धमकाते थे। जिससे परेशान होकर पान व्यापारी ने चौथी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी।
दरअसल निंबालकर की गोठ में रहने वाले पान कारोबारी कन्हैयालाल राठौर ने 21 फरवरी को दोपहर घर की चौथी मंजिल से छलांग लगाकर खुदकुशी कर ली थी। हादसे के बाद कन्हैया लाल के द्वारा लिखा गया सुसाइड नोट कारोबारी के परिजनों ने पुलिस को थमाया था। जिसमें 13 लोगों के नाम लिखे थे। जिनसे मृतक पान कारोबारी कन्हैयालाल राठौर ने पानी का व्यवसाय करने के लिए रुपए उधार लिए थे और इनमें से कईयों की रकम वापस भी लौटा दी थी। लेकिन सूदखोर लगातार पान कारोबारी को मोटे ब्याज वसूल करने के लिए धमकाते रहते थे। सूदखोरों की प्रताड़ना से तंग आकर वह घर से भी नहीं निकलते थे और बाद में हार थक कर उन्होंने अपने घर की चौथी मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली थी।पुलिस में मृतक कन्हैया लाल के द्वारा लिखे गए सुसाइड नोट और परिजनों के बयान के आधार पर मामले की जांच की शुरुआत की थी और जिन लोगों के नाम सुसाइड नोट में प्रताड़ित करने बताए गए थे उन सभी सूदखोरों को पूछताछ करने के लिए थाने बुलाया गया था। लेकिन इनमें से तमाम लोग थाने आने की वजह अंडर ग्राउंड हो गए थे। मंगलवार को जांच पूरी होने के बाद देर रात कंपू थाना पुलिस ने 13 सूदखोरों सहित एक अन्य पर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का केस दर्ज कर लिया है।