ग्वालियर। शहर में 2 दिन पूर्व अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छुड़ाए गए फूल कारोबारी के 9 साल के बालक के मामले में आज एक नया मोड़ आ गया है। बच्चे के छूटते ही उसकी मां ने मंगलवार -बुधवार की दरमियानी रात संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया है। पकड़े गए अपहरण के मास्टरमाइंड दामोदर कुशवाहा ने पुलिस पूछताछ में अपहरण में बच्चे की मां के शामिल होने का आरोप लगाया था। जिसके बाद से पुलिस महिला की संलिप्तता की जांच कर रही थी। लेकिन जांच से पहले ही उसने आत्महत्या कर ली। पुलिस अब मामले की गहराई से पड़ताल कर रही है, कि आखिरकार महिला ने किस वजह से सुसाइड किया है।
दरअसल जनकगंज थाना क्षेत्र के हारकोटा सीर निवासी फूल कारोबारी जितेन्द्र सिंह कुशवाह का 9 वर्षीय बेटा क्रिश कोल्डड्रिंक लेने के लिए घर से निकला था। रास्ते में ही आरोपियों ने उसको चॉकलेट का लालच देकर अपहरण कर लिया था। जब बच्चा बहुत देर तक लौट कर नहीं आया ,तो बच्चे की आसपास तलाश की गई। लेकिन कुछ ही देर बाद अपहरणकर्ताओं ने बच्चे के पिता से 5 लाख रुपए की की फिरौती मांगी और ना देने के बदले में बच्चे को मार देने की धमकी दी थी। आखिरकार हार थक कर बच्चे के पिता ने सोमवार शाम को ही थाने में शिकायत कर दी गई थी। जिसके बाद पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की मदद से चंद घंटों के बाद ही दो अपहरणकर्ता दामोदर कुशवाहा और एसएएफ से रिटायर्ड आरक्षक किशनपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
दोनों आरोपियों में से एक आरोपी दामोदर कुशवाह अपहृत बच्चे के पिता का रिश्तेदार है। आरोपी दामोदर ने सीआरपीएफ में नौकरी लगाने के नाम पर लोगों से रुपए ठग लिए थे और वही लोग उससे पैसा वापस मांग रहे थे। लेकिन उस पर लौटाने के लिए पैसा नहीं था। इसलिए उसने अपहरण का प्लान बनाया। पकड़े जाने के बाद पुलिस पूछताछ के दौरान अपहरण के मास्टरमाइंड दामोदर ने वारदात में बच्चे की मां के भी शामिल होने का आरोप लगाया था। जिसके बाद पुलिस संदेह के आधार पर बच्चे की मां की अपहरण में संलिप्तता की जांच कर रही थी। जिसको लेकर मृतक महिला के कॉल रिकॉर्ड भी निकलवाए गए थे। लेकिन इससे पहले ही संदिग्ध परिस्थितियों में उसने आत्महत्या कर ली। अब पुलिस यह पता लगाने के प्रयास में जुट गई है,कि आखिरकार महिला ने सुसाइड का रास्ता क्यों अपनाया है। महिला की मौत ने कई सवाल पीछे छोड़ दिए हैं जिनके सवाल पुलिस के सामने चुनौती बने हुए हैं।