पटना : बिहटा के नेउरा OP क्षेत्र में दो मासूम भाइयों के अपहरण के विरोध में ग्रामीणों ने गुरुवार को जमकर बवाल किया। वे सड़क जाम और आगजनी कर पुलिस-प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। पांडेयपुर के समीप लगातार 4 घंटे से बिहटा-खगौल मार्ग जाम है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन ग्रामीणों ने उन्हें खदेड़ दिया। संपत्ति विवाद में मखदुमपुर निवासी विनोद कुमार के दो पुत्र अनीश कुमार (7 साल) और शिवम कुमार (4 साल) का दो दिन पहले अपहरण हो गया था, जिसके बाद परिजनों ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। अपहरण का आरोप दोनों मासूमों के दो सौतेले भाइयों सौरभ कुमार ( 20 साल) और गुलशन कुमार (18 साल) पर लगा है। दोनों मासूमों के मां-बाप किसी अनहोनी की आशंका से दहशत में हैं।
आगजनी कर आक्रोशित ग्रामीणों का प्रदर्शन
पिछले 4 घंटों से बिहटा-खगौल मुख्य मार्ग के पास जमकर बवाल चल रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि 2 दिन हो गए, लेकिन पुलिस अभी तक दोनों बच्चों को बरामद नहीं कर पाई है। इस बीच मौके पर पहुंची पुलिस को भी आक्रोशित ग्रामीणों का कोपभाजन बनना पड़ा। लोगों ने मामला शांत कराने पहुंचे पुलिसकर्मियों को घटनास्थल से खदेड़ दिया।
संपत्ति में हिस्सा के लिए हुआ था विवाद
मखदूमपुर निवासी विनोद कुमार की शादी 25 साल पहले परसा थाना क्षेत्र निवासी सुनीता देवी से हुई थी। दो बेटा और एक बेटी होने के बाद दोनों के बीच अनबन होने लगी थी, जिसके कारण सुनीता ससुराल छोड़कर चली गई थी। लाख कोशिशों के बावजूद जब सुनीता ससुराल वापस नहीं लौटी तो 8 साल पहले विनोद कुमार ने नौबतपुर के बाबूचक निवासी सुधा से दूसरी शादी रचा ली। सुधा से भी विनोद को 2 बेटे हुए। उसके बाद सुनीता संपत्ति में हिस्से का दावा करने लगी।
सतौले भाइयों पर मासूमों के अपहरण का आरोप
दावा ठोकने के बाद विनोद कुमार ने संपत्ति का कुछ हिस्सा सुनीता देवी को दे दिया, लेकिन सुनीता देवी के दोनों बेटे इससे खुश नहीं थे। 23 मार्च को इसी विवाद को लेकर सुनीता के दोनों बेटे सौरभ और गुलशन तीन अन्य लोगों के साथ मखदुमपुर आए थे। उन्होंने पिता से कुछ जमीन मांगा और उस पर मछली पालन की बात की लेकिन विनोद ने इस बात से साफ इनकार कर दिया। इसके बाद विनोद ईंट भट्ठे पर काम करने के लिए निकल गए। इसपर दोनों भाई आग बबूला हो गए और घर के बाहर खेल रहे अपने सौतेले भाइयों को टाटा सफारी पर बिठाकर फरार हो गए। देर शाम भी जब अनीश और शिवम घर नहीं पहुंचे तो विनोद और सुधा को आशंका हुई। उन्होंने गांव में सभी जगह दोनों को खोजा लेकिन वे नहीं मिले। इसके बाद रात में दोनों बच्चों ने उनके मोबाइल पर फोन किया, जिससे पता चला कि सुनीता के बेटों ने उन्हें किडनैप किया है। पुलिस में रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई लेकिन 2 दिनों से दोनों भाइयों का कोई अता-पता नहीं है।