भोपाल। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई बैठक में निर्णय लिया गया है कि अप्रैल माह में आयोजित होने वाली कॉलेज की सभी प्रकार की परीक्षाएं अब मई माह में प्रारंभ होंगी। जानकारी देते हुए बताया गया कि स्नातक अंतिम वर्ष एवं स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं परीक्षार्थियों (नियमित और प्राइवेट) की भौतिक रूप से परीक्षा केंद्रों में उपस्थिति के साथ मई 2021 में संचालित की जाएंगी। इसके साथ ही गृह विभाग, स्वास्थ्य विभाग मध्यप्रदेश शासन द्वारा कोविड-19 के संबंध में जारी निर्देशों का पालन करते हुए सभी विद्यालयों, महाविद्यालयों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
उच्च शिक्षा मंत्री @DrMohanYadav51 मीडिया से चर्चा कर रहे हैं। https://t.co/Ya9pIKH1AR
— Higher Education Department, MP (@highereduminmp) March 27, 2021
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि स्नातक प्रथम एवं द्वितीय वर्ष तथा स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षाएं ओपन बुक पद्धति से जून 2021 में आयोजित की जाएंगी। इन परीक्षाओं में नियमित एवं स्वाध्यायी परीक्षार्थी अपने निवास में ही रहकर परीक्षा देंगे तथा निकट के निर्धारित संग्रहण केन्द्र में उत्तर पुस्तिकाएं जमा करेंगे।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि कोरोना के इस कठिन काल में मध्यप्रदेश पहला राज्य होगी जिसने परीक्षाओं का यह कार्यक्रम घोषित किया है। उन्होंने कहा कि स्नातक एवं स्नातकोत्तर के लगभग 18 लाख विद्यार्थी इन परीक्षाओं में सम्मिलित होंगे। ऑफलाइन परीक्षाएं कोरोना की गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए सम्पन्न कराई जायेंगी।
स्नातक अंतिम वर्ष के 4.30 लाख एवं स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर के 1.72 लाख परीक्षार्थी प्रदेश के 8 विश्वविद्यालयों द्वारा आयोजित परीक्षाओं में शामिल होंगे। स्नातक प्रथम वर्ष में 5.33 लाख एवं स्नातक द्वितीय वर्ष में 5.25 लाख, स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर के 1.35 लाख परीक्षार्थी प्रदेश के 8 विश्वविद्यालयों द्वारा आयोजित परीक्षाओं में शामिल होंगे।वर्तमान में 8 शासकीय विश्वविद्यालयों में 665 परीक्षा केन्द्र के साथ आवश्यकतानुसार अतिरिक्त सहपरीक्षा केन्द्र बनाए जाने के लिये विश्वविद्यालयों को निर्देशित किया गया है। परीक्षा केन्द्रों में विद्यार्थी 50 प्रतिशत क्षमता के साथ बैठेंगे। गृह विभाग स्वास्थ्य विभाग मध्यप्रदेश शासन द्वारा कोविड-19 के संबंध में जारी निर्देशों का पालन करते हुए समस्त विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों को निर्देश जारी किये गये हैं।