भिंड | मध्यप्रदेश। भिंड में होली के ड्राई-डे के दो दिन में अलग-अलग जगह हुई जहरीली शराब से पांच लोगों की मौत के बाद पुलिस प्रशासन जहांं चुप्पी सादे हुए हैं वहीं कांग्रेस सरकार के पूर्व मंत्री रहे डॉ गोविंद सिंह ने उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। साथ ही मृतक के परिजनों को 10-10 लाख मुआवजा देने के लिए शिवराज सरकार से अपील की है।
दरअसल जिला प्रशासन होली के दो दिन शराब पर पूर्ण प्रतिबंध लगा देता है। यही वजह है कि शराब नहीं मिलने से भिंड के चतुर्वेदी नगर में सेनेटराइज पीने से तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं लहार विधानसभा के मिहोना थाना अंतर्गत गुढ़ा जैतपुरा गांव में दो लोगों ने दम तोड़ दिया। असनेट गांव में अलग-अलग जगह तीन लोगों की मौत हो गई।
इतना ही नहीं लहार से लगे यूपी सीमा से गांव के दो लोग ने लहार से शराब खरीदकर पी। जिसमें दो लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हो गई। इन मौतों पर मृतकों के परिजन कुछ भी बोलने से इंकार कर रहे हैं, तो वहीं पुलिस प्रशासन चुप्पी साधे हुए हैं।
इन घटनाओं पर पूर्व मंत्री डॉ गोविंद सिंह का कहना है कि शराब पुलिस प्रशासन द्वारा अवैध शराब की बिक्री पर कार्रवाई करने के बावजूद शराब पर प्रतिबंध नही लग पा रहा है। गोविंद सिंह ने इस घटना में उच्चस्तरीय जांच के साथ मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए का मुआवजा देने के लिए शिवराज सरकार से अपील की है।
सैनिटाइजर पीने से एक और युवक ने दम तोड़ दिया। पहले दो युवकों की मौत हो गई थी। वहीं गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती एक युवक ने दम तोड़ दिया। बता दें कि शराब नहीं मिलने पर युवकों ने सैनिटाइजर पिया था।पुलिस मामले की जांच में जुटी गई है।