ग्वालियर। पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया ने बीते राेज होली के बहाने नेताओं को नसीहत दी थी। जिसमें उन्होंने प्रदेश सरकार काे साधुवाद देते हुए कहा था कि अब जनता की अपेक्षा है कि किसी भी दल के नेताओं के दाैराें काफिले, सरकारी-गैर सरकारी कार्यक्रमों में संख्या काे लेकर वही सख्ती दिखाई देगी। इसके बाद राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया के दाे दिवसीय ग्वालियर अंचल के दाैरे का कार्यक्रम अचानक निरस्त हाेने काे लेकर राजनीतिक गलियारों में इसी ट्वीट से जाेड़कर देखा जा रहा है। हालांकि अधिकृत रूप से अपरिहार्य कारणों से दौरा निरस्त होना बताया गया है।
दरअसल राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया का 4- 5 अप्रैल काे ग्वालियर अंचल का दौरा प्रस्तावित था। इस दौरान पांच अप्रैल को सिंधिया पोहरी एवं मुंगावली में आयोजित कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ शामिल होने वाले थे। इसी बीच बीते रोज पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया के ट्वीट ने राजनीतिक हलकों में सरगर्मी बढ़ा दी थी। अब शनिवार को अचानक सिंधिया का दाे दिवसीय ग्वालियर अंचल का दौरा कार्यक्रम रद्द होने की सूचना जारी हुई है। जिसमें अपरिहार्य कारणों से दौरा निरस्त होना बताया गया है। राजनीतिक गलियारों में पवैया के ट्वीट को सिंधिया का दौरा निरस्त हाेने का कारण बताया जा रहा है।
अशाेकनगर के मुंगावली में नल जल योजना का पांच अप्रैल को शुभारंभ होना है। जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ ही राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया भी पहुंचने वाले थे। अब सीएम और सिंधिया के आने का कार्यक्रम निरस्त हो गया है।
खास बात यह है कि रंग पंचमी पर इसी विधानसभा क्षेत्र में करीला मेले काे प्रतिबंधित किया गया था। मेले के निरस्त होने के बाद जब सीएम और राज्यसभा सदस्य द्वारा नल जल योजना के शुभारंभ का कार्यक्रम घोषित हुआ ताे विवाद गर्माने लगा था। लाेगाें का कहना था कि जब भीड़ काे राेकने के लिए मेला प्रतिबंधित किया गया तो फिर इस कार्यक्रम में भीड़ जुटाने की अनुमति किस प्रकार दी जा रही है। इस मामले में भाजपा विधायक जजपाल सिंह जज्जी का कहना है मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए यह महत्वपूर्ण दौरा रद्द कर दिया है।