मुरैना। शहर के यातायात थाने में पदस्थ एक आरक्षक का शव संदिग्ध हालातों में फांसी के फंदे पर झूलता हुआ मिला है। फंदे पर लटके आरक्षक के दोनों हाथ रस्सी से बंधे हुए थे। घटना आज रविवार सुबह की है। आरक्षक के फंदे पर लटका होने की जानकारी मिलते हकोतवाली पुलिस और एफएसएल की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। फिलहाल शव को फंदे से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। अब पूरे मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक मुरैना शहर में यातायात थाने में पदस्थ आरक्षक हरेंद्र जाट का शव रविवार यानी आज सुबह यातायात चौकी के कमरे में लटका हुआ मिला है। सुबह हनुमान मंदिर के पुजारी की नजर जैसे ही यातायात कमरे पर पड़ी और उन्होंने जाकर देखा तो कमरे में आरक्षक का शव फंदे पर झूल रहा था। जिसके बाद कोतवाली थाना पुलिस और एफएसएल की टीम मौके पर पहुंची और प्रारंभिक जांच पड़ताल शुरू की गई। सबसे पहले आरक्षक के शव को फंदे से नीचे उतारा गया।
खास बात यह देखने को मिली है, कि आरक्षक के दोनों हाथ रस्सी से बंधे हुए थे। जिससे मामला काफी पेचीदा हो गया है। जानकारों की माने तो आरक्षक काफी दिनों से छुट्टी नहीं मिलने से डिप्रेशन में था तो वही उसके दोनों हाथ बने होने से आरक्षक की मौत में हत्या की आशंका भी जताई जा रही हैं। आरक्षक हरेंद्र जाट रोज की तरह ही शनिवार को भी यातायात की चौकी पर ही रुका था और रात को चौकी पर बने कमरे में सोने चला गया था। लेकिन जब सुबह देखा तो वह फंदे पर लटका मिला।
फिलहाल एफएसएल की टीम ने मौके से कई साक्ष्य जुटाए हैं और मृतक आरक्षक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। अपने ही पुलिस के आरक्षक की संदिग्ध मौत के मामले में सिटी कोतवाली पुलिस गहन जांच पड़ताल कर रही है। ताकि हकीकत सामने आ सके ,कि आखिरकार आरक्षक के साथ क्या हुआ था।