ग्वालियर। शहर भर में लगे लॉकडाउन के दूसरे दिन आज रविवार को नगर निगम के अमले को उस समय उल्टे पैर वापस लौटना पड़ा। जब कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक ने निगम के अमले को पोहा दुकानदार का सामान जप्त कर चालान काटने की प्रक्रिया को बीच में ही रोक दिया। विधायक के गरम तेवर देखकर नगर निगम के अफसर और कर्मचारी चुपचाप हो वहां से निकल गए। इस दौरान कांग्रेस विधायक ने निगम अमले के अफसर को कहा ,कि पहले वह मॉल में चल रहे डोमिनोस और कई बड़े दुकानदारों को बंद करने की हिम्मत दिखाएं ,उसके बाद वह खुद ही पोहा दुकानदार का सामान निगम की गाड़ी में रख देंगे।
दरअसल मध्य प्रदेश के अन्य शहरों की तरह ग्वालियर में भी शुक्रवार शाम 6 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक 60 घंटे का लॉकडाउन लगा हुआ है। ऐसे में शहर में इसे पूर्ण रूप से लागू कराने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन और निगम के अधिकारियों पर है। इसी दौरान निगम के अधिकारी व कर्मचारी लॉकडाउन के दूसरे दिन रविवार को रॉक्सी पुल पर पोहा पार्सल कर बेच रहे एक दुकानदार का सामान जब्ती और चालान करने पहुंच गई थी।
लेकिन इसकी सूचना कांग्रेस के क्षेत्रीय विधायक को दी गई। जिसके बाद वह रॉक्सी पुल पहुंचे और साफ लफ्जो में निगम के अधिकारियों को समझाइश दी की, कि क्यों इस छोटे गरीब व्यापारी को परेशान कर रहे हो। पहले जाकर मॉल में चल रहे डोमिनोस जैसी बडी दुकानों को बंद कराओ, तब इस गरीब की दुकान को बंद कराने आना… मैं खुद सामान निगम की गाड़ी में रख दूंगा। साथ ही उन्होंने निगम के अधिकारियों से कहा, कि नौटंकी बंद करो पहले मेला लगवा दिया ,अब क्या गरीब को दबाकर मारोगे। मेरे क्षेत्र में ऐसा नहीं चलेगा अब यहां से निगम की गाड़ी हटाओ और नौटंकी बंद करो। कांग्रेस विधायक के तेवर देखकर निगम के अमले ने चुपचाप वहां से लौटने में ही अपनी भलाई समझी और बेरंग वहां से लौट गया।