भोपाल। मध्यप्रदेश में बेकाबू होते कोरोना संक्रमण को देखते हुए सरकार लॉकडाउन की तरफ बढ़ती दिखाई दे रही है हालांकि सरकार ने इसे लॉकडाउन की बजाय कोरोना कर्फ्यू नाम दिया है इंदौर में आज से कोरोना कर्फ्यू की शुरूआत हो रही है, यहां 4 घंटे दूध, फल, सब्जी, किराना दुकानें खुलेंगी। रेस्टोरेंट्स से केवल होम डिलीवरी होगी, सुबह 6 से 10 तक इसके लिए अनुमति दी गई है।
जहां लॉकडाउन लगाया गया है, उनमें पन्ना में 15 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक जबकि मंडला और देवास जिलों में 19 अप्रैल को सुबह 6 बजे तक लॉकडाउन की घोषणा कर दी है। सरकार ने 1 दिन पहले ही 11 शहरों में 9 दिनों का लॉकडाउन लगा दिया था यह लॉकडाउन शाजापुर, छिंदवाड़ा, कटनी, रतलाम, बैतूल, खरगोन, सिवनी, बड़वानी, राजगढ़, बालाघाट, विदिशा और नरसिंहपुर में लगाया गया इन जिलों को पूरी तरह से बंद करने का फैसला आपदा प्रबंध समिति और मंत्रिमंडल के सदस्यों की हुई बैठक के बाद लिया गया।
सरकार इंदौर के साथ राऊ, महू, शाहजहांपुर और उज्जैन के शहरी क्षेत्रों में 19 अप्रैल की सुबह तक लॉकडाउन का फैसला ले चुकी है… यह सभी पहले 12 अप्रैल की सुबह 6 बजे खुलने वाले थे… बड़वानी, राजगढ़, विदिशा जिले में भी 19 अप्रैल की सुबह तक लॉकडाउन को बढ़ाया गया है।
इस बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पूरे प्रदेश में लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा लॉकडाउन लगाना ही समाधान नहीं है शहरों में लॉकडाउन नहीं, बल्कि कोरोना कर्फ्यू लगाया गया है इसमें कई तरह की छूट दी गई है मुख्यमंत्री यह बात स्मार्ट सिटी में पौधरोपण के बाद कही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि उद्योग चलते रहेंगे टीकाकरण पूरी ताकत से चलेगा आईटी, बीपीओ अपना-अपना काम करते रहेंगे आर्थिक गतिविधि चालू रहना चाहिए लेकिन, जनता को खुद फैसला करना होगा कि वह घर से बाहर न निकले मुख्यमंत्री ने कहा कि संक्रमण से लड़ाई जनता की मदद के बिना नहीं जीती जा सकती।