उज्जैन। कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता नूरी खान को मंगलवार सुबह नानाखेड़ा पुलिस ने उनके घर से गिरफ्तार कर लिया। नूरी का कहना है कि वह सुबह 11 बजे अस्पतालों में बरती जा रही लापरवाही को लेकर बड़ा खुलासा करने वाली थीं। पुलिस को इस बात की जानकारी लगी तो धारा 188 के तहत केस दर्ज कर उन्हें घर से गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान नूरी ने फेसबुक पर लाइव भी किया। जिसमें उन्होंने कहा कि मैं आम लोगों की आवाज उठाना चाह रही थी। सुबह सेहरी की और मुश्किल से एक घंटा ही सो पाई थी। पुलिस मुझ पर धारा 188 के तहत कार्रवाई करते हुए घर लेने आ गई। मैं पुलिस की कार्रवाई से बिल्कुल भी नहीं डरूंगी और आम लोगों की आवाज उठाती रहूंगी।
नूरी खान ने रविवार रात को इंदौर रोड स्थित गंगेडी आक्सीजन प्लांट पर पहुंचकर हंगामा किया था। जिसको लेकर सोमवार दोपहर एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी व एएसपी अमरेंद्र सिंह गंगेड़ी प्लांट पहुंचे थे और वहां 24 घंटे पुलिस व्यवस्था तैनात करने के निर्देश दिए थे। इसके अलावा कुछ दिन पूर्व माधव नगर अस्पताल में भी पहुंचकर वहां हंगामा किया था। हालांकि इसके बाद से वह लगातार मरीजों की सेवा में जुट गई थी तथा उन्हें आक्सीजन सिलेंडर व रेमडेसिविर इंजेक्शन पहुंचा कर मदद कर रही थीं।नूरी का दावा है कि उज्जैन के अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार में बरती जा रही भारी लापरवाही को लेकर बड़ा खुलासा करने वाली थी। इसको लेकर पूरी तैयारी कर ली थी कि कैसे अस्पतालों में लापरवाही की जा रही है। वह सुबह 11बजे खुलासा करतीं लेकिन इससे पूर्व ही पुलिस गिरफ्तार कर नानाखेड़ा थाने ले गई।
नूरी के घर जब पुलिस पहुंची तो उसने फेसबुक पर लाइव करना शुरू कर दिया। घर से ले जाते समय जब पुलिसकर्मियों ने उसका फोन जब्त करने के लिए मांगा तो उसने फोन देने से स्पष्ट इनकार कर दिया। नूरी का कहना था कि वह कोई क्रिमिनल नहीं है जो इस तरह से उसकी गिरफ्तारी की जाए। वह अपना फोन नहीं देगी। पुलिसकर्मियों को भी उसने तमीज से बात करने की हिदायत दे दी और इसके बाद कहा कि मैं खुद आपके साथ चल रही हूं चलिए लेकिन मैं अपना फोन नहीं दूंगी। इस दौरान घर से लेकर थाने पहुंचने तक पुलिस के वाहन में भी नूरी ने अपने फोन से फेसबुक लाइक किया और लगातार मरीजों की मदद करने की बात कही।