भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार भले ही कोरोना के लेकर लाख दावें कर रही हो, कि कोरोना के मामलों में काफी कमी देखने को मिली है, लेकिन हकीकत यह है कि पिछले 10 दिन में एक्टिव केस साढ़े तीन हजार से ज्यादा बढ़ गए हैं और शहरों में घटते हुए मरीजों की संख्या सैकड़ा भी नहीं छू पाई है|
राज्य के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आईआईटी कानपुर की रिपोर्ट को धता बताते हुए कहते हैं कि, आईआईटी ने कहा था 1 मई में प्रदेश कोरोना के पीक पर रहेगा, लेकिन सरकार ने जो कदम उठाए हैं उनसे कोरोना के मामलों में कमी आई है. कोरोना कर्फ्यू के चलते कोरोना को लगातार कंट्रोल किया गया, प्रदेश में एक्टिव मामले लगातार कम हो रहे है. कोरोना के मामले में एमपी अब 14वें नंबर पर है|
सरकार मान कर चल रही है कि कोरोना की दूसरी लहर निकल गई है और वो लहर नहीं बल्कि सुनामी थी. सरकार के गृह मंत्री कह रहे हैं कि एक्टिव केस लगातार कम हो रहे हैं और प्रदेश अब 14वें नंबर पर आ गया है. गृह मंत्री ने कहा कि हमारे पास ऑक्सीजन पर्याप्त है, ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है. 2 मई को 503 मीट्रिक टन ऑक्सीजन और मिल जाएगी|