शिवपुरी। “मै स्वयं वो डॉक्टर हूँ, जिसने दोनों बार आपको वोट किया है। कोविड प्रभारी होने के कारण लगातार अस्पताल में काम करते हुए कहीं से संक्रमित हुआ, फिर मुझसे मेरी पत्नी और 7 साल का अस्थमैटिक बेटा भी आज सांस लेने की जद्दोजहद कर रहा है। मै आपका बड़ा इनकम टैक्सपेयर भी हूँ, मेरा आपसे सवाल करने का हक़ बनता है कि मुझे आपको चुनकर क्या मिला”..?
ये पीड़ा जिला अस्पताल शिवपुरी में पदस्थ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. गिरीश चतुर्वेदी ने अपनी फ़ेसबुक पोस्ट में ज़ाहिर की। डॉ. चतुर्वेदी ने आगे लिखा हमने डॉक्टरी की पढ़ाई जान बचाने और इलाज करने के लिए की थी न कि ऑक्सीजन का इंतज़ाम करने के लिए !! व्यवस्था आपकी ज़िम्मेदारी थी। आज आपके अस्पतालों में ऑक्सीजन नहीं है, रेमडेसिविर नहीं है और जब इनके बारे में पूछा जाता है तब आपकी आईटी सेल ज्ञान देने लगती है। कि इनकी आवश्यकता नहीं है! क्यों, क्योंकि आप उपलब्ध नहीं करवा पा रहे हैं।
कोरोना महामारी के बीच लगातार बिगड़ते हालात को लेकर अब हर तबके के बीच से सरकारों के खिलाफ आवाजें उठने लगी हैं। सरकारों की विफलाओं को लेकर अब तक विपक्ष और राजनीतिक दलों के स्वयं के नेता ही आरोप लगा रहे थे। लेकिन ये पहली बार है जब एक शासकीय डाक्टर ने पद पर रहते हुए। इस तरह के आरोप सरकार पर लगाये हों।