देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच 12वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द करने की मांग जोर पकड़ रही है। शिक्षा मंत्रालय से जुड़े सूत्रों का कहना है कि परीक्षा रद्द होने की संभावना काफी ज्यादा है। शिक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मौजूदा हालातों में सभी परीक्षाओं के एक साथ रद्द होने की संभावना बहुत ज्यादा है। कोरोना के संक्रमण को देखते हुए अभी किसी भी तरह की परीक्षा करा पाना बहुत मुश्किल है।
एहल्कॉन ग्रुप ऑफ स्कूल के डायरेक्टर अशोक पांडे ने भी कहा कि जून के महीने में परीक्षा करा पाना संभव नहीं है। हालांकि, CBSE के पूर्व अध्यक्ष अशोक गांगुली ने विश्वास जताया कि जल्द ही देश के हालात सुधर जाएंगे। इसके बाद जुलाई के महीने में परीक्षा करा पाना संभव होगा। कुछ एक्सपर्ट ने बोर्ड से ऑनलाइन परीक्षा आयोजित कराने के लिए कहा है।
पिछले महीने सरकार ने 10वीं और 12वीं की परीक्षा स्थगित कर दी थी और कहा था कि बाद में हालातों का जायजा लेने के बाद परीक्षाओं को कराने या रद्द करने के बारे में फैसला किया जाएगा। 1 जून को शिक्षा बोर्ड हालातों का जायजा लेगा। परीक्षाएं शुरू होने से 15 दिन पहले एक नोटिफिकेशन दिया जाएगा। 1 जून को बोर्ड परीक्षाओं का नया शेड्यूल भी जारी किया जाएगा। अंतिम फैसला लेने से पहले सभी पहलुओं पर ध्यान दिया जाएगा।