मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा की चेयरमैनशिप वाले मिनिस्टर्स ग्रुप ने सरकार को अपने सुझाव भेज दिए हैं। मुख्यमंत्री ने स्कूल, कॉलेज और कोचिंग सेंटर जैसे शैक्षणिक संस्थानों को खोलने के लिए अलग से मंत्री समूह का गठन किया है। डॉ मिश्रा की अध्यक्षता वाले समूह ने मुख्यमंत्री को बताया कि जिन जिलों में संक्रमण दर 5% से कम है, वहां कर्फ्यू में ढ़ील देकर लोगों को राहत दी जा सकती है, लेकिन भोपाल और इंदौर में यह दर फिलहाल 5% से ज्यादा है। ऐसे में ज्यादा छूट नहीं देने की सिफारिश की गई है।
मंत्रालय सूत्रों ने बताया कि मुख्य सचिव इकबाल सिंह बेंस ने बैठक में कहा कि भोपाल और इंदौर 40 दिन से ज्यादा समय से बंद है। इसलिए यहां भी थोड़ी राहत देना चाहिए। इस मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मंत्री समूह की सिफारिशें पर एक शासन स्तर पर गाइड लाइन तैयार की जाए। जिसके आधार पर जिलों में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप 31 मई तक बैठक कर निर्णय ले लें, ताकि 1 जून से अनलॉक की प्रक्रिया शुरु हो सके।मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को निर्देश दिए हैं कि वे 31 मई को अपने कोविड प्रभार वाले जिलों में रहेंगे। इस दौरान मंत्री क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के साथ बैठक करेंगे। इससे पहले मुख्यमंत्री शनिवार को सभी कलेक्टरों व संभागीय आयुक्तों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात करेंगे।
मंत्रालय सूत्रों ने कहा कि होटल व रेस्टोरेंट फिलहाल बंद रखने की अनुशंसा की गई है। इसके अलावा अन्य ऐसे स्थान जहां भीड़ ज्यादा होती है, उन्हें भी नहीं खोला जाएगा। शादी कार्यक्रम में शामिल होने वालों की संख्या कितनी होगी, यह मंत्री समूह की सिफारिश में नहीं है, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि दोनों पक्षाे के 20-20 लोगों को शामिल होने की अनुमति दी जाएगी।सरकार अनलॉक की गाइडलाइन शनिवार देर शाम तक जिलों को भेज देगी। यह गाइड लाइन 1 जून से 15 जून तक लागू रहेगी। मुख्यमंत्री ने कहा है कि 15 जून के बाद फिर से समीक्षा कर नई गाइड लाइन जारी की जाएगी।