भोपाल। शासकीय वाहन में शराबखोरी का वीडियो इंटरनेट मीडिया में वायरल होने के बाद स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने अपने कर्मचारी को हटा दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने यह कार्रवाई की। उधर, प्रदेश कांग्रेस के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करके मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस से मामले को संज्ञान में लेने की मांग की है।इंटरनेट मीडिया में शासकीय वाहन में कुछ लोगों पर शराब पीने का आरोप लगाते हुए वीडियो वायरल हुआ था। इसमें तीन लोग बैठे हैं और एक पन्नी से कुछ पीता हुआ नजर आ रहा है। जब स्थानीय लोेगों ने शासकीय वाहन में शराब पीने की बात कहते हुए चाबी निकालने की कोशिश की तो वो हाथ झटकते हुए गाड़ी को ले गए।
इस वीडियो पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि जो मंत्री कोरोना से मरते लोगों को बेड, ऑक्सीजन और इंजेक्शन उपलब्ध न करा सके, उनके स्टाफ के पास सरकारी गाड़ी में अवैध शराब, वह भी लॉकडाउन में। उन्होंने मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव से मामले में संज्ञान लेने की मांग की। उधर, स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मामला गंभीर था, इसलिए कर्मचारी (भृत्य) को निकाल दिया है। हालांकि, यह पुष्टि नहीं हो रही है कि वह शराब ही पी रहा था। पन्नी में पानी भी हो सकता है।