इंदौर, कोरोना कर्फ्यू में ढील मिलते ही शहर में बिजली की खपत भी बढ़ने लगी है। एक जून से बिजली कम्पनी के क्षेत्र में 30 लाख यूनिट बिजली की मांग हर दिन बढ़ गई है। अप्रैल और मई के 61 दिनों में मालवा-निमाड़ में पिछले वर्ष के इन्हीं दो माहों की तुलना में 12 फीसद ज्यादा बिजली वितरित हुई है।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक ने बताया कि चुनौती एवं संक्रमण के बाद भी सभी कर्मचारी, अधिकारी गुणवत्ता एवं जरूरत के मुताबिक बिजली वितरण में भूमिका निभा रहे है। जारी वित्तीय वर्ष में पिछले 61 दिनों के दौरान लगभग 12 फीसद बिजली ज्यादा वितरित हुई है।
पिछले चौबीस घंटों में इंदौर संभाग में चार करोड़ 28 लाख यूनिट और उज्जैन संभाग में दो करोड़ 48 लाख यूनिट बिजली वितरित हुई। इसमें इंदौर जिले में 1.20 करोड़ यूनिट, धार जिले में 90 लाख यूनिट, खरगोन 83 लाख यूनिट, उज्जैन जिले में 65 लाख यूनिट, देवास में 50 लाख, रतलाम में 39 लाख यूनिट एवं शेष बिजली खंडवा, बुरहानपुर, बड़वानी, झाबुआ, आलीराजपुर, आगर, शाजापुर, नीमच, मंदसौर में वितरित हुई है।
एक जून से मिली छूट में एक ही दिन में बिजली की इंदौर शहर में तीन लाख यूनिट और कंपनी क्षेत्र में 30 लाख यूनिट खपत बढ़ गई। कंपनी क्षेत्र में पिछले चौबीस घंटे में खपत पौने सात करोड़ यूनिट रही। प्रबंध निदेशक ने बताया कि जिन उपभोकताओं की केंद्रीय काल सेंटर 1912 , ऊर्जस एप, लोकल नंबर पर बिजली संबंधी शिकायतें मिल रही है, उनका भी समय पर समाधान किया जा रहा है।पिछले चौबीस घंटों में इंदौर व उज्जैन संभाग से 2500 शिकायतों का अत्यंत कम अवधि में समाधान किया गया।निर्देशक के दुवारा बधाई भी दी गई है