ग्वालियर अनलॉक 3.0: ग्वालियर। कोरोना की दूसरी लहर के कारण बीते दो महीनों से शहर के सभी मॉल बंद थे। अब शर्तो के साथ मॉल खोले जा रहे हैं। मगर प्रशासनिक आदेशों का पालन नहीं हो रहा है। मॉल में दुकानदारों को छोड़कर कुल 200 लोगों को ही प्रवेश दिए जाने की बाध्यता प्रशासनिक आदेश में रखी गई है। मगर मॉल में अनगिनत लोग घूमने व खरीदारी करने पहुंच रहे हैं। बुधवार को संवाददाता जब टोकन सिस्टम की हकीकत जानने दीनदयाल (डीडी) मॉल पहुंचे तो वहां टोकन सिस्टम पूर्णत: दिखावा सिद्घ हुआ।
मॉल में पार्किंग, लिफ्ट व सीढ़ियों के माध्यम से मॉल में प्रवेश करने पर न टोकन दिया जा रहा था। न ही बाहर निकलते समय टोकन वापस मांग रहे थे। दिखावे के लिए तीन-चार लोगों के एक टोकन दिया जा रहा था। वहीं मॉल में बिग बाजार की ओर से भी बिना टोकन के ही अनगिनत लोगों को प्रवेश दिया जा रहा था। हालांकि लोगों के हाथ सैनिटाइज कराए जा रहे थे व थर्मल स्क्रिनिंग भी हो रही थी। वहीं चैंबर का इस सबंध में कहना है कि मॉल में प्रवेश हेतु 200 लोगों की संख्या काफी कम है, इसे बढ़ाया जाना चाहिए। टोकन सिस्टम बनाने में 1-2 दिन लग सकते हैं। शहर के मुख्य बाजारों में भी कोरोना से सुरक्षा संबंधी सभी नियम टूट रहे हैं। बाजारों को रात 8 बजे तक खोलने के आदेश बुधवार दोपहर को जारी हुए। इसके बाद से दुकानें रात आठ बजे तक खुलने लगी हैं। समयावधि बढ़ने से खरीदारी की सुलभता ग्राहकों के लिए हो गई है। चूंकि इन दिनों शादियों की सीजन चल रहा है। ऐसे में सराफा बाजार, इलेक्ट्रानिक्स, फर्नीचर एवं आटोमोबाइल कारोबार अच्छा बताया जा रहा है। अब बाजार देर तक खुलने से ग्राहक व व्यापारी के लिए आसानी हो गई है। मगर बाजारों में अब कोरोना को लेकर नाम मात्र की ही सतर्कता बरती जा रही है। भीड़ के कारण बाजारों में शारीरिक दूरी का पालन होना तो मुश्किल होता ही है, अब लोग मास्क भी नहीं लगा रहे हैं। अब तक जहां बाजार शाम पांच बजे से पहले बंद हो जाते थे, वहीं गुरुवार को शाम 5 बजे के बाद टोपी बाजार, सुभाष, नजरबाग व गांधी मार्केट में काफी अधिक भीड़ देखी गई। शाम को गर्मी कम होने पर लोग बाड़े पहुंचे।
नजरबार व सुभाष मार्केट, टोपी बाजार आदि शहर के कुल बाजार का पांच फीसद भी नहीं हैं। चुनिंदा बाजारों में ही भीड़ होती है। शेष बाजारों में जाम के कारण भीड़ हो जाती है। लोग रॉग साइड वाहन लेकर चल देते हैं। 90 फीसद लोग मास्क लगा रहे हैं, जो नहीं लगा रहे उन्हें जागरुक करने की जरूरत है।
मॉल में टोकन सिस्टम शुरू कर दिया है, किसी को बिना टोकन के प्रवेश व निकास नहीं देते। हालांकि हमारे 20-25 टोकन तो ग्राहकों ने गुमा दिए, जिस कारण थोड़ी असुविधा हुई है। व्यवस्था को और अधिक दुरुस्त किया जाएगा।