ग्वालियर। भिंड जिले के लहार से कांग्रेस विधायक एवं पूर्व मंत्री डॉ गोविन्द सिंह ने चंबल में हो रहे अवैध रेत उत्खनन को रोकने और नदियों को बचाने के संबंध में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने भिंड ,मुरैना, ग्वालियर एवं दतिया में हो रहे अवैध रेतखनन को रोकने और नदियों को बचाने की बात कही है।
कांग्रेस विधायक एवं पूर्व मंत्री गोविंद सिंह की ओर से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भेजें पत्र में लिखा गया है, कि ग्वालियर भिंड मुरैना एवं दतिया की नदियों में बड़े पैमाने पर जेसीबी ,पोकलेन मशीन और पनडुब्बियों के जरिए रेत का अवैध खनन लगातार जारी है। भिंड एवं दतिया जिले की पेयजल और कई हेक्टेयर खेतों की सिंचाई सिंध नदी के पानी से होती है। यदि 1 साल तक ऐसे ही नदी से रेत का अवैध खनन होता रहा ,तो वह मृत हो जाएगी।
जबकि 5 साल पहले नदी में गर्मी में भी भीषण जलधारा रहती थी। दूसरी तरफ भिंड एवं मुरैना जिलों में चंबल सेंचुरी होने के कारण रेत खनन पूरी तरह प्रतिबंधित है। लेकिन फिर भी माफियाओं के द्वारा अवैध खनन जारी है। इसे रोकने पर आए दिन पुलिस वन विभाग एवं राजस्व विभाग के अधिकारी कर्मचारियों पर जानलेवा हमले हो रहे हैं। बीते 22 जून को हुई सीएम की बैठक में कई मंत्रियों ने अवैध एवं ओवरलोड रीत रुकने का मानव जीवन और पर्यावरण बचाने के लिए नदियों का जीवित रहना अति आवश्यक है।
पत्र में लिखा है, कि 15 सालों में अवैध खनन को रोकने के लिए मुख्यमंत्री के द्वारा कई बार घोषणाएं की गई…” कि किसी कीमत पर अवैध उत्खनन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, रेत माफियाओं को जमीन में गाड़ देंगे ,उल्टा टांग देंगे” लेकिन आज तक एक भी माफिया प्रदेश में उल्टा टंगा नजर नहीं आया। इसे देखकर सिद्ध होता है, कि प्रदेश में आप की सरकार नहीं ,रेत माफियाओं की सरकार है।
पत्र के आखिरी में लिखा है कि दुखी मन से आपसे निवेदन कर रहा हूं, कि आपने लंबे समय तक मध्य प्रदेश का सीएम रहने का इतिहास बनाया है। इसलिए सिंध नदी सहित मध्य प्रदेश की सभी नदियों को मृत होने से आप बचा लें अन्यथा सिंध नदी समाप्त होने का कलंक आप पर रहेगा।