नई दिल्ली। अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए खरीदी और अधिग्रहण की जा रही जमीनों को लेकर चल रहे विवादों के बीच केंद्र सरकार एक्टिव हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद अयोध्या के विकास कार्यों की समीक्षा की। बैठक में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव मौर्य और दिनेश शर्मा भी मौजूद रहे। जानकारी के मुताबिक बैठक में पीएम के सामने अयोध्या का विजन डॉक्यूमेंट पेश किया गया। इसमें बताया गया कि अब तक कितने विकास कार्य पूरे हो चुके हैं और किन कार्यों पर भविष्य में काम होने जा रहा है।
इस बीच विपक्ष के साथ-साथ अब साधुओं ने भी राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से खरीदी गई जमीन को लेकर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। निर्वाणी अखाड़े के महंत धर्मदास ने जमीन सौदों पर सवाल उठाते हुए कहा, कुछ जमीनें जो कुछ घंटों या कुछ हफ्तों पहले ही खरीदी गई थीं, वो राम मंदिर ट्रस्ट को काफी ज्यादा कीमतों पर बेच दी गईं। ऐसे दो मौके आए, जब इनमें लाभार्थी भाजपा से जुड़े थे। इस बीच अयोध्या में एयरपोर्ट के लिए जमीन अधिग्रहण का विवाद हाईकोर्ट पहुंच गया है। कोर्ट ने अयोध्या जिला प्रशासन को अधिग्रहण नीति के साथ 29 जून को तलब किया है। किसानों ने आरोप लगाया है कि उनसे जबरन कम कीमत पर रजिस्ट्री कराई जा रही है।