ग्वालियर। 3 दिन पूर्व हुए विकलांग नेतरम सिंह गुर्जर की हत्या के मामले में महाराजपुरा थाना पुलिस ने मृतक के बड़े भाई रामप्रीत गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने पुलिस पूछताछ में अपना जुर्म कबूल कर लिया है और बताया है, कि साफी से गला घोटकर उसने अपने छोटे भाई नेतराम की हत्या की थी। क्योंकि दोनों पैरों से विकलांग होने के कारण वह कोई काम धंधा नहीं करता था और उसके ऊपर बोझ बन गया था। रोज-रोज के गृह कलेश और तंगी हालत से तंग आकर उसने अपने भाई की जान ले ली।
रविवार की सुबह भंडेरी गांव में श्रीकृष्ण गुर्जर के खेत में सो रहे दोनों पैरों से विकलांग नेतराम गुर्जर का शव खटिया पर मिला था। पुलिस पड़ताल में उसके गले में साफी लिपटी मिली थी। जिससे अंदाजा लगाया गया था ,कि उसकी हत्या गला दबाकर की गई है। इसके अलावा जान बचाने के लिए किए गए संघर्ष में उसके हाथ पैर भी छिल गए थे। पुलिस की प्रारंभिक जांच पड़ताल शुरू की, तो उन्हें जानकारी मिली, कि मृतक की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी और वह अपने मंझले भाई के साथ रहता था।
लेकिन घर में कम जगह होने के कारण वह श्री कृष्ण गुर्जर के यहा सोने जाता था। मृतक दोनों पैरों से लाचार होेने के कारण कोई काम-धंधा नहीं करता था। दिव्यांग भाई के साथ मां भी उसके साथ रहती है। दो बेटियां भी हैं। इसलिए घर चलाना मुश्किल हो रहा था। खेतीबाड़ी से पेट भरने लायक भी नहीं मिल पाता था। पत्नी भी रोज भाई को लेकर ताने देती थी, और बोझ बताकर घर से निकालने के लिए दवाब बनाती थी। समाज में बदनामी के डर से उसे घर से नहीं निकाल पाया। भाई दर-दर जाकर भीख मांगकर पेट भरे, यह उसे मंजूर नहीं था। इसलिए उसने उसे मारने की ठान ली और शनिवार की रात को उसकी हत्या कर दी थी।