इंदौर : इंदौर आयकर और निजी बैंककों के फर्जी पत्र, सीलें बना बड़े कारोबारियों से रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआइ) का फर्जी अफसर बनकर ठगी करने वाले मोहम्मद एजाज (मुंबई) से क्राइम ब्रांच ने पिस्टल और सीलें बरामद की है। आरोपित खुद ही आरबीआइ अफसर बनकर साइन करता था। पुलिस ने सील बनाने वाले देवेंद्र मालू को भी हिरासत में ले लिया है। मो.एजाज से सवा करोड़ से ज्यादा की ठगी कबूल चुका है।
क्राइम ब्रांच एएसपी गुरुप्रसाद पाराशर के मुताबिक श्रीनगर(मेन) निवासी कारोबारी ललित पुत्र रामचंद्र वर्मा की शिकायत पर बरिहान (मुंबई) निवासी मो.एजाज पुत्र अब्दुल वहाब के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था। वर्मा ने पुलिस को बताया कि आरोपित ने पहले उससे दोस्ती की और पारिवारिक रिश्ते बना लिए। उसने कहा वह इंटीरियर डिजाइनर है और बड़े कारोबारियों, फिल्मी सितारों के शोरूम-बंगलों में काम करता है। उसने आरबीआइ के फर्जी पत्र दिखाए और कहा उसका 151 करोड़ रुपये विभिन्ना बैंकों में अटका हुआ है। रुपये जारी होने में थोड़ा वक्त लग सकता है। इसके पहले उसे टाइल्स व अन्य सामान के लिए रुपयों की जरूरत है। उसने ब्याज सहित रुपये लौटाने का लालच दिया और वर्मा से 27 लाख रुपये ऐंठ लिए।
इसी तरह अनाज कारोबारी रामस्वरुप और उनके बेटे मयंक असावा (सेवा सरदार नगर) से करीब एक करोड़ रुपये ले लिए। पुलिस ने आरोपित से पूछताछ की तो बताया आरबीआइ और आयकर के पत्र वह खुद तैयार करता था। उसने आइसीआइसीआइ, एक्सिस बैंक, मर्चेंट नेवी, एहसान पत्र, जगदम्बा एम लेंडर,रामदेव मार्बल सहित कईं के नाम से फर्जी सीलें भी बनवा ली थी। मंगलवार को क्राइम ब्रांच ने आरोपित के घर छापा मारा और सीलें बरामद कर ली। पूछताछ में बताया कि सीलें एरोड्रम क्षेत्र के देवेंद्र कैलाश मालू ने बनाई थी। एएसपी के मुताबिक पुलिस ने आरोपित एजाज की कार से एक बैग भी जब्त किया है। जिसमें पिस्टल और कुछ अन्य सामग्री मिली है।