विदिशा। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की गोद ली हुई तीन बेटियों की आज शादी होगी। बचपन में जिनके सिर पर हाथ रखकर मां की ममता, पिता का प्यार दिया। अंगुली पकड़कर जिन्हें चलना सिखाया, पढ़ा-लिखाकर जीवन जीने लायक बनाया। अब उनके लिए अच्छा वर तय करके मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी तीन दत्तक बेटियों का घर बसाने जा रहे हैं। जिला विदिशा शहर के रंगई स्थित बाढ़ वाले गणेश मंदिर पर गुरुवार को शाम चार बजे मुख्यमंत्री की तीन दत्तक बेटियां सात फेरे लेकर अपने नए जीवन की शुरुआत करेंगी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी पत्नी साधना सिंह चौहान अपनी तीनों बेटियों का खुद कन्यादान करेंगे।आज बुधवार को साधना सिंह विदिशा पहुंची और उन्होंने विवाह से पूर्व की रस्में निभाई। कोरोना महामारी को देखते हुए मुख्यमंत्री की बेटियों का विवाह एकदम सादे समारोह में होगा। इसमें सिर्फ 50 लोग शामिल होंगे। सीएम विवाह समारोह में शामिल होने के लिए गुरुवार को सुबह बाढ़ वाले गणेश मंदिर पहुंचेंगे, जहां पर दोपहर 12 बजे से विवाह की रस्में शुरू होंगी। शाम चार बजे निर्धारित मुहूर्त पर सात फेरे होंगे।
दरअसल प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान 1998 में इन तीनों बेटियों को अपने साथ लाए थे, उनके लालन-पालन की जिम्मेदारी विदिशा के मुखर्जी नगर स्थित सुंदर सेवा आश्रम को दी थी। तब से ही तीनों यहीं रह रही हैं। 1998 में तीनों करीब ढाई साल की थीं। तीनों ही बेटियां बड़ी हो गईं और 15 जुलाई को उनकी शादियां संपन्न होंगी।