भोपाल। भोपाल ऐशबाग थाना प्रभारी नीलेश अवस्थी व उनके थाने के कर्मचारियों पर मिलीभगत कर क्षेत्र में जुआ-सट्टा खिलवाने के आरोप लग रहे हैं। एक युवक ने आरोप लगाया है कि उससे एक लाख 10 हजार रुपये मांगे जा रहे हैं। रकम नहीं मिलने पर उसे झूठे केस में फंसा दिया गया है। मामले की शिकायत पुलिसकर्मियों के सट्टे के लेन-देन की जानकारी व मोबाइल रिकार्डिंग सीडी के रूप में देकर डीआइजी शहर इरशाद वली से की गई है। डीआइजी ने मामले की जांच एएसपी अंकित जायसवाल को सौंपी है। मालूम हो, इसी थाना इलाके में कुछ दिन पहले क्राइम ब्रांच ने जुआ पकड़ा था। इस मामले में तत्‍कालीन टीआइ को लाइन अटैच, बीट प्रभारी को निलंबित किया गया था।
बाग फरहत अफजा निवासी शाहरूख हसन (26) ने शिकायती आवेदन में कहा है कि ऐशबाग थाना क्षेत्र में सट्टे का कारोबार थाने की मर्जी से चलता है। इलाके में जुआ-सट्टा खिलाने वाले नवाब मंडी का कारोबार बंद करवाकर अन्य किसी व्यक्ति का सट्टा चलाने के लिए थाने से मेरे पास आरक्षक गजराज का ऑफर आया था। उन्होंने मेरी मुलाकात थाने के बाहर थाना प्रभारी नीलेश अवस्थी से कराई। तब उन्होंने भरोसा दिलाया था कि बेफिक्र होकर सट्टा चलाओ, ऊपर से नीचे तक सभी अधिकारियों सभी को समझ लूंगा, लेकिन पैसा समय पर मिल जाना चाहिए। इसके बाद अन्य व्यक्ति द्वारा सट्टा चालू किया गया। इस बीच नवाब मंडी ने दोबारा कारोबार शुरु कर दिया।
इससे नए व्यक्ति का धंधा बंद हो गया। इसके बाद भी आठ दिन बाद पुलिस एक लाख 10 हजार रुपये मांग रही है। शाहरूख ने अपनी शिकायत में कहा है कि ऐशबाग थाने के आरक्षक गजराज ने इकबाल खान को सट्टा खिलवाने के पैसे देने के लिए कहा था। वह अभी ऐशबाग थाना प्रभारी का ड्राइवर है। उसने आरोप लगाया कि क्षेत्र में सट्टे के लेनदेन का काम पुलिस की ओर से इकबाल नाम का व्यक्ति ही संभाल रहा है। एएसआइ जयप्रकाश पांडे, आरक्षक अरविंद वर्मा, अतुल चंद्र रघुवंशी, राकेश ठाकुर, कुलदीप, संपूर्णानंद।
राजधानी में कुछ थानों के टीआइ व पुलिसकर्मी खुलेआम जुआ-सट्टा चलवा रहे हैं। दो दिन पहले गुरुवार को भी क्राइम ब्रांच ने आरिफ नगर पुलिस के नीचे खुलेआम जुआ खेलते हुए नौ जुआरियों को गिरफ्तार किया था। इस मामले में भी गौतम नगर पुलिस पर जुआ खिलाने के आरोप लगे हैं। शाहरुख पहले थाने का वाहन चालक था। बाद में उसके अपराधों की जानकारी लगी तो उसे हटा दिया गया। उस पर कई अपराध दर्ज हैं और अभी हाल में ही वह अपराध भी दर्ज किया है। मैं उसे नहीं पहचनानता हूं। वह ऐसे आरोप क्यों लगा रहा है, बता नहीं सकता हूं। थाना प्रभारी की सट्टा खिलाने की शिकायत मिली है। मामले की जांच एएसपी कर रहे हैं। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।