MP में मानसून के एक्टिव होने के बाद जलस्रोतों का वॉटर लेवल बढ़ने लगा है। भोपाल की बात करें तो करीब 25 लाख आबादी की प्यास बुझाने वाले कोलार, केरवा डैम और बड़ा तालाब में जलस्तर बढ़ गया है। 3-4 दिन के भीतर केरवा डैम में 5 फीट पानी आ चुका है, जबकि कोलार में 2 फीट व बड़ा तालाब का वॉटर लेवल आधा फीट बढ़ा है। कलियासोत डैम में भी 1 फीट पानी की बढ़ोतरी हुई है। भोपाल में सोमवार को चौथे दिन भी बारिश का दौर बना हुआ है। रुक-रुककर तेज व रिमझिम बारिश हो रही है। इस कारण जलस्रोतों में वॉटर लेवल बढ़ रहा है।
शहर की लाइफ लाइन कहे जाने वाले बड़ा तालाब में आधा फीट पानी बढ़ चुका है। सोमवार सुबह तक लेवल 1660.30 फीट हो गया। नगर निगम में बड़ा तालाब प्रभारी एमएल पंवार ने बताया कि तालाब का केचमेंट एरिया 365 वर्ग किमी है। इसमें से 225 वर्ग किमी कोलांस नदी से भरता है। इसलिए जब भी सीहोर जिले में अच्छी बारिश होती है तो कोलांस नदी में पानी आता है, जो बड़ा तालाब में पहुंचता है। शहर में भले ही बारिश का सिलसिला चल रहा हो, लेकिन केचमेंट एरिया में अच्छी बारिश नहीं हुई है। इस कारण 3-4 दिनों में लेवल में आधा फीट की ही बढ़ोतरी हो पाई है। हालांकि, सोमवार सुबह से केचमेंट एरिया में तेज बारिश हो रही है। इसलिए तालाब में भी पानी बढ़ेगा।
कोलार डैम में बारिश से 2 फीट पानी आ चुका है। 19 जुलाई तक डैम में 1480 फीट पानी था, जो 26 जुलाई की सुबह 1482 फीट पर आ गया। डैम प्रभारी हर्षा जेनवाल ने बताया कि केचमेंट एरिया में अच्छी बारिश हो रही है। इससे लेवल में बढ़ोतरी हो गई है। बता दें कि कोलार डैम से भोपाल के करीब 50% हिस्से में जलप्रदाय किया जाता है। केरवा डैम का लेवल 5 फीट तक बढ़ा है। 3-4 दिन की बारिश में यह कमाल हुआ है। बारिश से पहले लेवल 1651 फीट था, जो सोमवार सुबह 8 बजे तक 1656 फीट हो गया। इस डैम से भी शहर में जलप्रदाय किया जाता है। कलियासोत डैम का कुल लेवल 1659 फीट है। वर्तमान में 1645 फीट पानी भरा है। 1 फीट की बढ़ोतरी हुई है।