काबुल। एयरपोर्ट पर आतंकी हमला का खतरा अभी भी मंडरा रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस संबंध में बड़ा अलर्ट जारी किया है। बाइडेन ने कहा है कि अगले कुछ घंटों में काबुल एयरपोर्ट पर एक बार फिर आतंकी हमला हो सकता है। इस बीच, भारत के लिहाज से चिंताजनक बात यह है कि 20 भारतीय अब भी काबुल में फंसे हैं। इन लोगों को काबुल एयरपोर्ट तक लाने में परेशानी हो रही है। अमेरिका का रेस्क्यु ऑपरेशन भी अंतिम चरण में है। ब्रिटेन अपने सैनिकों की आखिरी टुकड़ी को लेकर काबुल से रवाना हो चुका है। वहीं काबुल एयरपोर्ट पर उड़ानों को रोक दिया गया है। भारतीय वायुसेना का एक विमान अभी दुशांबे में खड़ा है।
बाइडेन का यह बयान तब आया है जब अमेरिका ने बुधवार रात हुए आतंकी हमले का बदला ड्रोन से अटैक से लिया। उस आत्मघाती हमले में कम से कम 169 अफगान नागरिक और 13 अमेरिकी सेवा सदस्य मारे गए थे। जवाबी कार्रवाई में अमेरिकी सेना ने इस्लामाबाद में इस्लामिक स्टेट के खुरासान (ISIS-K) आतंकी समूह पर हमला किया और काबुल विस्फोट के प्लानर को मार गिराने का दावा किया।
बता दें, अमेरिका के बाद काबुल से अपने लोगों को निकालने और काबुल एयरपोर्ट खाली करने के लिए 31 अगस्त तक का समय है। इस बीच, खबर है कि काबुल एयरपोर्ट के एक हिस्से की सुरक्षा तालिबान ने संभाल ली है। विभिन्न देशों का रेस्क्यु ऑपरेशन अंतिम चरण में है। ब्रिटेन ने अपने नागरिकों को निकालने के लिए आखिरी फ्लाइट भेजी थी, जो काबुल से निकल चुकी है।