भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में स्वास्थ्य अधोसंरचना में दिखी कमियों को प्राथमिकता के आधार पर दूर किया जा रहा है। इन कमियों में सबसे महत्वपूर्ण थी मेडिकल ऑक्सीजन, हम प्रदेशवासियों के उपचार में ऑक्सीजन की कमी नहीं आने देंगे। आज मध्य प्रदेश में स्थापित किए जा रहे, 190 ऑक्सीजन प्लांट में से 88 कार्यशील हैं। उनकी ऑक्सीजन क्षमता 45 हजार 890 लीटर प्रति मिनट है। सितंबर में 190 प्लांट शुरू हो जाएंगे।
हमारा कोशिश है कि सभी जिला मुख्यालयों सहित तहसील स्तर पर भी ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाए। जहां ऑक्सीजन प्लांट नहीं लगे हैं, वहां ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध हो रहे है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित केंद्रीय मंत्रियों के सहयोग से मध्य प्रदेश को समय पर ऑक्सीजन की उपलब्धता होती रही। प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर में बड़ी संख्या में लोगों की जान बचाने में सफल रहे।
प्रदेश में स्थापित हो रहे 190 ऑक्सीजन प्लांट में से 102 प्लांट केंद्र सरकार के सहयोग से लग रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी के प्रयासों से वर्ष 2021 को मध्य प्रदेश के आक्सीजन उत्पादन में आत्मनिर्भर होने के लिए भी याद किया जाएगा। आक्सीजन प्लांट लगाने के अभियान में बड़े पैमाने पर जन-सहयोग भी मिला है।